नोडल अधिकारी को जवाब देने के लिए आंकड़ों पर भरोसा जता रहे अफसर Bareilly News
प्रमुख सचिव व शासन से नियुक्त नोडल अधिकारी नवनीत सहगल जिले में आज आ रहे है । दो दिवसीय दौरे में वह उन निर्देशों का हिसाब अधिकारियों से लेंगे जो नवंबर में पिछले भ्रमण पर दिए थे।
जेएनएन, बरेली : प्रमुख सचिव व शासन से नियुक्त नोडल अधिकारी नवनीत सहगल जिले में आज आ रहे है । दो दिवसीय दौरे में वह उन निर्देशों का हिसाब अधिकारियों से लेंगे, जो नवंबर में पिछले भ्रमण पर दिए थे। कुछ निर्देशों पर तो कार्रवाई और काम हुआ, लेकिन ज्यादातर अभी भी हवा में हैं। विभागों और प्रशासन के अफसर कामों का ब्योरा और आंकड़े तैयार करा चुके है।
एक-एक बिंदु पर नजर रखे रहे डीएम: नोडल अफसर के दौरे के लिए तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए दिन भर बैठकें हुईं। जरूरी निर्देश दिए गए। अर्थ एवं संख्या विभाग योजनाओं के आंकड़ों की बुकलेट और 18 बिंदु पर होने वाली समीक्षा बैठक का एजेंडा तैयार करता रहा। इन सब पर डीएम नितीश कुमार खुद नजर रखे रहे। विकास भवन पहुंचकर जायजा भी लिया। उन्होंने उन योजनाओं के बारे में जानकारी ली जिनका समीक्षा बैठक के दौरान प्रेजेंटेशन होना है। सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि समीक्षा बैठक में पूरी तैयारी से मौजूद रहें।
एजेंडा के लिए नहीं है कागज : अक्सर होने वाली बैठकों के लिए आंकड़े सहेजने, बुकलेट बनाने वाला अर्थ एवं संख्या विभाग बजट की कमी से जूझ रहा है। विभाग के पास इतना बजट भी नहीं कि पर्याप्त संख्या में बुकलेट के लिए बाहर से कागज खरीद सके। उसे एक पेज के दोनों तरफ एजेंडे व आंकड़े छापने पड़ रहे हैं।
निर्देश के बावजूद अटके हैं यह काम
किसानों से जुड़ी योजनाओं का सही से प्रचार प्रसार नहीं होने की शिकायत थी। फिर भी किसान विभागों और तहसीलों में योजनाओं का लाभ पाने को भटक रहे हैं।
एक जिला एक उत्पाद योजना में लोन मंजूर करने की गति धीमी है। रोजगार के साधन सृजित नहीं हो पा रहे।
फोरेंसिक लैब के निर्माण का काम अटका है।
गांव में बिजली की आपूर्ति 17 घंटे से कम की जा रही।
राजस्व वसूली की रफ्तार निर्देश के बावजूद धीमी है।
कन्या सुमंगला योजना की रफ्तार बढ़ी है लेकिन लक्ष्य अभी दूर है।
स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति और गुणवत्ता में सुधार के लिए अभी भी कारगर कदम नहीं उठाए गए।
यह काम ही बढ़ पाए आगे
पिछली बार नोडल अधिकारी ने आइवीआरआइ पुल का निरीक्षण कर इसे जल्द पूरा करने के निर्देश दिए थे।
उनके दूसरे दौरे का कार्यक्रम आने पर अफसर सक्रिय हुए। कुछ दिन पहले ही गर्डर रखने का काम शुरू हो सका है। निर्माण पूरा होने में अभी वक्त लगेगा।
नहर सफाई में गड़बड़ी मिलने पर सीडीओ ने खुद जांच कराई। ठेकेदार पर 30 लाख का जुर्माना लगाकर बड़ी कार्रवाई की।
स्कूलों और गांव की हालत सुधारने के लिए डीएम ने एक दिन एक गांव अभियान की शुरुआत की।
अस्पताल शिफ्ट करने का मामला पड़ा ठंडा
नवनीत सहगल ने तीन सौ बेड के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण कर इसे जल्द स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर कराने को कहा था। इसमें जिला अस्पताल को शिफ्ट करने के भी निर्देश दिए थे। डीएम ने सीएमओ, अपर निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक समेत अन्य डॉक्टरों की कमेटी बना दी। कमेटी ने निरीक्षण कर संभावना तलाशी। महिला अस्पताल को फिलहाल शिफ्ट नहीं किए जाने पर सहमति बनी। जिला अस्पताल शिफ्ट करने में कुछ बाधाएं बताईं। लेकिन, कमेटी अब तक अपनी रिपोर्ट तैयार नहीं कर पाई है।
नोडल अफसर के आने की जानकारी पर ही कई सफाईकर्मी पहुंच गए थे।