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Indo-Nepal Meeting : अपराध और हाथियों के आंतक पर अंकुश लगाएंगे नेपाल और भारत के अधिकारी Pilibhit News

गुरुवार को नेपाल और भारत के वन अधिकारियों ने बैठक की। जिसमें तय हुआ कि दोनों देश संयुक्त रूप से अपराध संबंधी सूचनाओं का आदान-प्रदान करेंगे।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Fri, 20 Dec 2019 10:53 AM (IST)Updated: Fri, 20 Dec 2019 01:44 PM (IST)
Indo-Nepal Meeting : अपराध और हाथियों के आंतक पर अंकुश लगाएंगे नेपाल और भारत के अधिकारी Pilibhit News
Indo-Nepal Meeting : अपराध और हाथियों के आंतक पर अंकुश लगाएंगे नेपाल और भारत के अधिकारी Pilibhit News

जेएनएन, पीलीभीत : भारत और नेपाल सीमा से लगे वन क्षेत्रों में होने वाले अपराधों को रोकने तथा मानव-वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए गुरुवार को दोनों देशों के वन अधिकारियों ने बैठक की। जिसमें तय हुआ कि दोनों देश संयुक्त रूप से अपराध संबंधी सूचनाओं का आदान-प्रदान करेंगे। हर महीने दोनों देशों के अधिकारियों की बैठक आहूत की जाएगी। दोनों देशों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किए जाने पर भी खास जोर रहा।

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टाइगर रिजर्व की महोफ रेंज के मुस्तफाबाद गेस्टहाउस में गुरुवार दोपहर वल्र्ड वाइड फंड (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) संस्था के तत्वावधान में इंडो-नेपाल को-आर्डिनेशन बैठक आयोजित हुई। जिसमें वन अपराध रोकने एवं मानव वन्यजीव संघर्ष कम करने पर वार्ता हुई। बैठक में डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के परियोजना अधिकारी नरेश कुमार ने कहा कि हर माह दोनों देश के अधिकारियों की बैठक होना चाहिए। जिससे सूचनाओं का आदान-प्रदान होता रहे।

वन संरक्षक ललित वर्मा ने नेपाल के वन अधिकारियों से इस पर निर्णय लेने को कहा तो नेपाल के दो डीएफओ ने इस पर सहमति जताई। पलिया के एसडीओ दिलीप श्रीवास्तव ने कहा कि हजारा थाना क्षेत्र के ग्राम कंबोज नगर के रायसिख वन संपदा को क्षति पहुंचाते हैं और जंगल की लकड़ी काटकर नेपाल बॉर्डर पर लगी आरा मशीनों पर चीर कर बिक्री करते हैं। ऐसे अपराधियों तथा आरा मशीन संचालकों के विरुद्ध कार्यवाही करने में नेपाल के अधिकारी सहयोग करें।

डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के परियोजना अधिकारी दबीर हसन ने कहा कि नेपाल के हाथी अक्सर भारतीय क्षेत्र में आकर कई-कई दिन ठहर कर उत्पात मचाते हैं। आबादी में घुसकर घटनाएं करने लगे हैं। कुछ माह पहले नेपाल के दो हाथियों ने शुक्ला फांटा सेंचुरी से लग्गा-बग्गा होते हुए रामपुर जिले तक आतंक मचाया था। कई लोगों को मार डाला था। ऐसे नेपाल के अधिकारियों को अपने देश में हाथियों के हैबिटेट व कोरिडोर के बारे में अध्ययन कराना चाहिए।

बैठक में उपस्थित रहें ये अधिकारी : वन संरक्षक डॉ ललित वर्मा, पीटीआर के एफडी एच राजा मोहन, नेपाल के कंचनपुर के डीएफओ अजय मनेंद्र, कैलाली के डीएफओ रामचंद्र कड़ेल, कंचनपुर की असिस्टेंट फॉरेस्ट ऑफिसर सलिना कडाल, शुक्ला फांटा सेंचुरी के उत्तम चौधरी, एएफओ कंचनपुर दिनेश यादव व डब्ल्यूडब्ल्यूएफ लखीमपुर खीरी के योजना अधिकारी दबीर हसन अधिकारी मौजूद रहे।  


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