मंडल के सरकारी स्कूलों में अफसरों को हाथ धोने के लिए भी नहीं मिला पानी Bareilly News
कमिश्नर रणवीर प्रसाद के आदेश पर सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा ने चारों जिलों में जांच कराई तब यह सच सामने आया।
जेएनएन, बरेली : नित्य क्रिया के बाद या भोजन से पहले हाथ धोने की अच्छी आदत सिखाने के लिए सरकार ने करोड़ों रुपये खर्च किए। फिर भी मंडल के चारों जिलों के आधे से अधिक परिषदीय स्कूलों में हाथ धोने की व्यवस्था तक नहीं। कमिश्नर रणवीर प्रसाद के आदेश पर सहायक निदेशक बेसिक शिक्षा ने चारों जिलों में जांच कराई तब यह सच सामने आया। कमिश्नर ने चारों डीएम को डीपीआरओ और बीएसए के साथ कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं।
शाहजहांपुर में जीरो तो बरेली में सिर्फ 23 प्रतिशत: रिपोर्ट में जो आंकड़े और स्थिति है वह चौंकाने वाली है। शाहजहांपुर के प्राथमिक स्कूलों में इसका प्रतिशत शून्य है। बरेली की हालत भी बहुत अच्छी नहीं है। यहां पर सिर्फ 23 प्रतिशत स्कूलों में ही हाथ धोने की व्यवस्था है। जबकि, पानी के टैंक की उपलब्धता केवल 40 प्रतिशत विद्यालयों में है। 56 फीसद स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए शौचालय की व्यवस्था तक नहीं है। स्कूल, बच्चे और स्टाफ इन बुनियादी सुविधाओं तक के लिए तरस रहे हैं।
कमिश्नर ने जताई चिंता, दिए निर्देश : इस सूरते-ए-हाल पर मंडलायुक्त ने भी नाराजगी जताई है। उन्होंने सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिए हैं कि 14वें वित्त के अंतर्गत ग्राम पंचायतों को काफी धनराशि मिल रही है। ग्राम पंचायत आपरेशन कायाकल्प के तहत स्कूलों में इन बुनियादी सुविधाओं को इस रकम से बनवाया जा सकता है। इसके लिए जिला पंचायत राज अधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारियों के साथ बैठक करके एक कार्ययोजना तैयार करें। जहां पर सुविधाओं की जरुरत है। वहां इनको सुनिश्चित कराएं।