बरेली में कब्जा लेने गई टीम का कब्जेधारियों ने किया विरोध, टीम ने दी डेढ़ माह की मोहलत
नगर निगम की टीम कब्जा लेने गई। इस पर रह रहे मनोज विकट और दूसरे लोगों ने विरोध किया। भीड़ जुटने से हंगामा बढ़ गया। मौके पर पुलिस पहुंची बावजूद इसके घंटे भर गहमागहमी रही।
बरेली, जेएनएन। एसडीएम कोर्ट के निर्णय के बाद मढ़ीनाथ चौकी के पास बने एक निर्माण पर नगर निगम टीम शुक्रवार को कब्जा लेने गई। इस पर कब्जा लेने वाली टीम ने विरोध करते हुए जमकर हंगामा किया। हालांकि बाद में नगर निगम ने सख्ती दिखाई तो एक महीने की मोहलत मांगी। मढ़ीनाथ चौकी के पास बना निर्माण पहले नेकपुर के अंतर्गत ग्राम समाज की संपत्ति थी, जो बाद में नगर निगम को मिल गई थी।
मामला सदर कोर्ट में था। बीती 12 मार्च को एसडीएम कोर्ट ने नगर निगम के पक्ष में निर्णय सुनाया। शुक्रवार को नगर निगम की टीम कब्जा लेने गई। इस पर रह रहे मनोज विकट और दूसरे लोगों ने विरोध किया। भीड़ जुटने से हंगामा बढ़ गया। मौके पर पुलिस पहुंची, बावजूद इसके घंटे भर गहमागहमी रही। नगर निगम टीम ने सख्ती दिखाते हुए बनी चार दुकानें सील कीं। इस पर कब्जेदारों ने लिखित प्रार्थना पत्र देकर डेढ़ महीने की मोहलत मांगी। जिस पर नगर निगम अधिकारी राजी हो गए।
बच्चे और गर्भवती महिला, इसलिए दी मोहलत
कर अधिकारी ललितेश सक्सेना ने बताया कि घर में बच्चे और गर्भवती महिला थी। इसलिए डेढ़ महीने की मोहलत दी है। इतने समय में संबंधित लोग जगह का इंतजाम कर लें। निगम डेढ़ महीने बाद फिर कब्जा लेने जाएगा। वहीं मकान में रह रहे मनोज विकट का आरोप है कि नगर निगम फर्जी कागजों के आधार पर उन्हें परेशान कर रहा। टीम ने महिलाओं से अभद्रता और धक्कामुक्की की है। इसकी शिकायत करेंगे।
संपति निगम की है। उन्हें डेढ़ महीने की मोहलत दी गई है। अगर इसके बाद उन्होंने विरोध किया तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। -अभिषेक आनंद, नगर आयुक्त