अब गूगल मैप पर भी मिलेगी आपको अपनी राशन की दुकान
राशनकार्ड धारकों की सहुलियतों के लिए खाद्य विभाग ने कोटे की दुकानों की तस्वीरें गूगल मैप पर अपलोड कराने के लिए कहा है। इससे निगरानी सख्त होगी। साथ ही एक एप अधिकारियों को अपने मोबाइल में डाउनलोड करना होगा।
बरेली, जेएनएन। राशनकार्ड धारकों की सहुलियतों के लिए खाद्य विभाग ने कोटे की दुकानों की तस्वीरें गूगल मैप पर अपलोड कराने के लिए कहा है। इससे निगरानी सख्त होगी। साथ ही एक एप अधिकारियों को अपने मोबाइल में डाउनलोड करना होगा। जिसकी मदद से खाद्यान्न वितरण की तस्वीरों को अपलोड करके मुख्यालय को भेजना होगा।कोटेदारों की मनमानी रोकने के लिए यह कवायद खाद्य विभाग ने लागू की है।
अगस्त 2020 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बरेली दौरे पर सांसद और विधायकों ने कोविड काल में लॉकडाउन में खाद्यान्न व्यवस्था पर आरोप लगाए। उनका कहना था कि चना दिया गया, लेकिन लोगाें तक नहीं पहुंचा। घटतौली चरम पर रही। वही कोटेदारों की सफाई सामने आई कि उन्हें गोदाम से ही कम दिया जा रहा है। ऐसे में पूरा अनाज कहां से देंगे। इन समस्याओं की वजह से नुकसान आम आदमी का हो रहा था। इसलिए वितरण व्यवस्था को ज्यादा मजबूत करने के लिए कोटे की दुकानों को गूगल मैप पर अपलोड करने के लिए कहा गया है। अब विभाग ने इंस्पेक्शन एप विकसित किया है। इसमें पर्यवेक्षण में लगे पूर्ति विभाग के अधिकारियों को मौके पर जाकर रिपोर्ट करनी है। वहां से वह फोटो खींचकर उसे गूगल मैप से अपलोड करेंगे। ऐसे में अब घर बैठे मनमानी रिपोर्ट पर रोक लग सकेगी। मौजूदा समय में इन रिपोर्ट का कोई सत्यापन नहीं होता है। इसलिए इंस्पेक्टर की लगाई गई रिपोर्ट को सही मान लिया जाता है। खाद्य उपायुक्त राजन गोयल के मुताबिक बरेली की 1900 कोटे की दुकानें इस व्यवस्था की जद में है। बदायूं, शाहजहांपुर और पीलीभीत में भी यह व्यवस्था लागू कराई जा रही है।