Maternity Education: काॅलेजों में अब छात्राओं को मिलेगी शादी के बाद की जानकारी... जानने के लिए पढे़ ये रिपोर्ट Bareilly News
छात्राओं को समय के साथ आने वाले शारीरिक बदलाव गर्भावस्था में आने वाली समस्याओं और उसे दूर करने के तरीके बताए जाएंगे।
जेएनएन, बरेली : रुहेलखंड विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों में अब छात्राएं मातृत्व शिक्षा भी हासिल करेंगी। स्नातक और परास्नातक की छात्राओं के लिए इसकी विशेष कक्षाएं चलेंगी। राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल के आदेश पर यह पाठ्यक्रम अगले सत्र से संचालित किया जाएगा।
इस कोर्स के अंतर्गत छात्राओं को समय के साथ आने वाले शारीरिक बदलाव, गर्भावस्था में आने वाली समस्याओं और उसे दूर करने के तरीके बताए जाएंगे। गर्भावस्था में क्या करें और किन चीजों का ध्यान रखें, इसका भी ज्ञान दिया जाएगा। विशेषज्ञ छात्राओं को बताएंगे कि गर्भावस्था में खुद के खानपान का कैसे ख्याल रखें। नवजात की देखभाल कैसे करें ताकि वह मजबूत रहे और उसे सारे पोषण मिल सकें।
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पिछले दिनों कानपुर के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में आयोजित दीक्षा समारोह में मातृत्व शिक्षा पर फोकस करने के लिए सभी विश्वविद्यालयों को निर्देश दिया था। उन्होंने कहा था कि शादी के बाद कई चीजें लड़कियों को नहीं मालूम होती हैं।
जानकारी के अभाव में बच्चे के साथ खुद के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ करती हैं। इसलिए उन्हें शादी के बाद और गर्भावस्था के दौरान की सारी समस्याओं और उसके निस्तारण के तरीकों को बता दिया जाएगा ताकि बाद में कोई दिक्कत न आए।
बच्चों को मिलेंगे अच्छे संस्कार: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का मानना है कि गर्भावस्था से ही बच्चा संस्कार और अपनी मां की हर हरकतों को सीखने लगता है। इसलिए उस दौरान मां को अधिक सावधानी रखनी चाहिए।
मातृत्व शिक्षा में दी जाएगी यह जानकारियां : शादी के बाद किस तरह के शारीरिक परिवर्तन आते हैं।
गर्भावस्था में कैसा खान पान होना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान महिला का किस तरह का व्यवहार होना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को क्या-क्या करना चाहिए। कौन सी फिल्में देखनी चाहिए आदि।
बच्चा होने के बाद कैसे उनकी देखभाल करनी चाहिए। बच्चे और खुद के सेहत की देखभाल कैसे करनी चाहिए।बच्चे के टीकाकरण आदि की जानकारी।