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अब एसी और स्मार्ट क्लास रूम को छोड़ प्रकृति की छांव में होगी इंजीनियरिंग की पढ़ाई Bareilly News

इंजीनियरिंग की कक्षाएं केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के पास पेड़-पौधों के नीचे लगेंगी। यहीं प्रोफेसर छात्र-छात्राओं को पढ़ाएंगे। विद्यार्थियों के बैठने के लिए चबूतरों का निर्माण कराया गया है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Mon, 26 Aug 2019 01:18 PM (IST)Updated: Mon, 26 Aug 2019 11:07 PM (IST)
अब एसी और स्मार्ट क्लास रूम को छोड़ प्रकृति की छांव में होगी इंजीनियरिंग की पढ़ाई Bareilly News
अब एसी और स्मार्ट क्लास रूम को छोड़ प्रकृति की छांव में होगी इंजीनियरिंग की पढ़ाई Bareilly News

बरेली, जेएनएन : एसी-स्मार्ट क्लास रूम के दौर में एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय प्रकृति की छांव में पढ़ाई-लिखाई का वातावरण बनाने जा रहा है। ओपन क्लास व्यवस्था के अंतर्गत इंजीनियरिंग की कक्षाएं केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के पास पेड़-पौधों के नीचे लगेंगी। यहीं, प्रोफेसर छात्र-छात्राओं को पढ़ाएंगे। विद्यार्थियों के बैठने के लिए चबूतरों का निर्माण कराया गया है। दो सितंबर को दीक्षा समारोह में मुख्य अतिथि स्वामी चिदानंद और समारोह की अध्यक्ष कुलाधिपति एवं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ओपन क्लास का शुभारंभ करेंगे। 

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राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्य अतिथि स्वामी चिदानंद के सुझाव पर ही विवि प्रशासन ओपन क्लास की व्यवस्था शुरू करने जा रहा है। रुविवि में विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अमित सिंह के मुताबिक ओपन क्लास पढ़ाई का शानदार सिस्टम हैं। खुले में यानी पेड़-पौधों के नीचे कक्षा संचालित होने से यह देखा जा चुका है कि विद्यार्थियों में सीखने की क्षमता बढ़ जाती है। बंद कमरों की अपेक्षा खुले में वह जल्दी सीखते हैं। 

खाली जगह का सदुपयोग 

केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के पास काफी खाली मैदान है। यहीं पर विद्यार्थियों के बैठने के लिए तीन-चार चबूतरे बनवाए गए हैं। शिक्षकों का मानना है कि इससे खाली जगह का सदुपयोग भी होगा, दूसरा विद्यार्थी यहा फ्री टाइम में भी बैठकर पढ़ाई कर सकेंगे।  

कैंपस में ओपन क्लास के लिए चबूतरे बनवाए गए हैं। जल्द ही खुले में कक्षाएं संचालित होंगी। उम्मीद है कि इससे पढ़ाई का अच्छा वातावरण बनेगा। - प्रो. अनिल शुक्ल, कुलपति रुविवि 


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