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बरेली में सूदखोरी में वांछित छह आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट

सूदखोरों के उत्पीड़न से तंग आकर जान देने वाले अरुण कुमार सक्सेना की मौत मामले में छह आरोपितों के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी कर दिए। मुकदमे में नामजद एक आरोपित चंदा बाबू को प्रेमनगर पुलिस जेल भेज चुकी है जबकि दूसरे आरोपित संजू सक्सेना की मौत हो चुकी है। फरार चल रहे छह आरोपितों के खिलाफ प्रेमनगर पुलिस ने कोर्ट में गैर जमानती वारंट की अर्जी लगाई थी। कोर्ट ने इसे स्वीकार कर एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Oct 2021 07:12 PM (IST)Updated: Sat, 16 Oct 2021 07:12 PM (IST)
बरेली में सूदखोरी में वांछित छह आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट
बरेली में सूदखोरी में वांछित छह आरोपितों के खिलाफ गैर जमानती वारंट

जागरण संवाददाता, बरेली: सूदखोरों के उत्पीड़न से तंग आकर जान देने वाले अरुण कुमार सक्सेना की मौत मामले में छह आरोपितों के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) जारी कर दिए। मुकदमे में नामजद एक आरोपित चंदा बाबू को प्रेमनगर पुलिस जेल भेज चुकी है, जबकि दूसरे आरोपित संजू सक्सेना की मौत हो चुकी है। फरार चल रहे छह आरोपितों के खिलाफ प्रेमनगर पुलिस ने कोर्ट में गैर जमानती वारंट की अर्जी लगाई थी। कोर्ट ने इसे स्वीकार कर एनबीडब्ल्यू जारी कर दिया।

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कन्या महाविद्यालय आर्य समाज भूड़ बरेली में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी अरुण कुमार सक्सेना ने सूदखोरों के उत्पीड़न से तंग आकर 20 मार्च को खुदकुशी कर ली थी। उनकी जेब से सुसाइड लेटर बरामद हुआ था। अरुण की पत्नी सरिता ने भी सूदखोरों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था। सरिता की तहरीर पर प्रेमनगर पुलिस ने जाटव पुरा टायर मंडी निवासी पप्पू वाल्मीकि, चंदा बाबू, अरविद वाल्मीकि, सचिन वाल्मीकि और होली चौक संजय नगर निवासी विक्की राणा, अमित निवासी पटिया वाली गली, कंचन व उसके भाई संजू सक्सेना के खिलाफ सूदखोरी अधिनियम, खुदकुशी के लिए उकसाने समेत गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की थी। मामले ने तूल पकड़ा तो आरोपित चंदा बाबू को जेल भेज दिया गया था। उसके बाद से नामजद सभी आरोपित फरार चल रहे हैं। इसी बीच नामजद संजू सक्सेना की मौत हो गई थी।

सुसाइड लेटर में लिखा था..दरवाजे पर इज्ज्तत उतरी है, अब जीना बेकार है

अरुण ने सुसाइड लेटर में लिखा था- 'सरिता आज सुबह दरवाजे पर जो मेरी इज्जत उतरी है कि बीबी-बच्चों के सामने उस व्यक्ति का जीना बेकार है। मुस्कान, खुशी, चुचु का ध्यान रखना। तुमसे और बच्चों से मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं। जो मैं इस जन्म में नहीं कर पाया, अगले जन्म में करूंगा।' मामले में प्रेमनगर पुलिस की लापरवाही भी उजागर हुई थी। मौत से पहले आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई के लिए अरुण ने थाने में शिकायत की थी लेकिन, तहरीर थाने में दब गई थी।

वर्जन

फरार आरोपितों के खिलाफ कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी कर दिया है। बावजूद गिरफ्तारी न होने पर कुर्की की नोटिस तामील कराई जाएगी।

- शितांशु शर्मा, इंस्पेक्टर, प्रेमनगर


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