अफसरों से पूछेंगे नोडल अधिकारी, कहां तक पहुंचा पुलों का निर्माण Bareilly News
जिले के नोडल अधिकारी नवनीत सहगल 16 जनवरी को फिर आ रहे हैं। उनके पहले दौरे में ही जिले के प्रशासनिक से लेकर विभागों के अफसरों के माथे पर पसीना उभर आया था।
जेएनएन, बरेली : जिले के नोडल अधिकारी नवनीत सहगल 16 जनवरी को फिर आ रहे हैं। उनके पहले दौरे में ही जिले के प्रशासनिक से लेकर विभागों के अफसरों के माथे पर पसीना उभर आया था। लेकिन, पुलों का काम पूरा हुआ न अन्य आपत्तियां व व्यवस्था ही दुरुस्त हो पाईं। हां, आननफानन में केवल आइवीआरआइ ओवरब्रिज निर्माण पूरा करने की मियाद तय कर दी। बाकी पुल अपने अंजाम की टकटकी लगाए हैं।
दो दिन शहर में रहेंगे नोडल अधिकारी : इस बार भी प्राथमिकता में रहेंगे पुल प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार नोडल अधिकारी दो दिन के दौरे पर आएंगे। वह उन कामों के बारे में ग्राउंड रिपोर्ट लेंगे, जिन्हें पिछली बार देखा या उनकी समीक्षा की थी। इनमें निर्माणाधीन पुल प्राथमिकता में हैं। इसके साथ प्रभारी मंत्री के निर्देश पर हुई कार्रवाई का भी हिसाब लेंगे। अधिकारी उन निर्देशों को पूरा करने में जुट गए, जो पिछली बार नोडल अधिकारी ने दिए थे।
स्कूलों के कंपोजिट ग्रांट की जांच: पिछली बार नोडल अधिकारी को स्कूलों में काफी खराब स्थिति मिली थी। इसके बाद सीडीओ ने न सिर्फ कंपोजिट ग्रांट की जांच कराई,है बल्कि स्वेटर आपूर्ति करने वाली फर्म के भुगतान में भी कटौती की है। घटिया फर्नीचर मामले में बीएसए सेरिपोर्ट मांगी गई है। नहरों में पानी न पहुंचने की भी जांच कराई जा रही है। इन सभी कामों के बारे में अधिकारी अभी से पूरी रिपोर्ट बनाने में लगे हैं।
खाताें में भेजी गई पेंशन : इस वित्तीय साल की तीसरी त्रैमासिक विधवा पेंशन की किस्त सभी विधवा पेंशन लाभार्थियों के खाते में भेजी दी गई है। जिले में करीब 63 हजार लाभार्थी हैं। सभी के खाते में तीन महीने की पेंशन यानि 1500 रुपये भेजे गए हैं।
इन मामलों में नहीं सुधरी स्थिति : पुलिस विभाग में निर्देशों के बाद भी सुधार नहीं। पिछली बार शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही मिली थी तो अब वसूली के आरोप चर्चा में हैं। जिले में आए दिन हत्याएं हो रही हैं। अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है। महिला अपराध पर लगाम लगाने के निर्देश थे, इनकी स्थिति में भी सुधार नहीं आया। जाम की समस्या खत्म करने के लिए कार्ययोजना पुलिस नहीं बना पाई। चौपुला पर एनओसी का हल न निकला। लाल फाटक में अभी तक डायवर्जन का मामला आगे नहीं बढ़ पाया है।
गांव में हकीकत देखने की हुई शुरुआत : एक जनवरी से जिलाधिकारी नितीश कुमार ने गांव में योजनाओं का लाभ पहुंचाने के लिए ‘एक दिन, एक गांव’ अभियान शुरू किया। शौचालयों की पड़ताल भी शुरू कराई है। जिन लोगों ने पैसे मिलने के बाद भी शौचालय नहीं बनवाया, उनसे रिकवरी की कार्रवाई हो रही है। महिला कल्याण विभाग ने योजनाओं के प्रति जागरूकता के लिए कैंप लगाने शुरू किए।