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परीक्षा केंद्र बनाने के लिए नोडल अधिकारी नामित, केंद्र की करेंगे जांच

यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया तेज हो गई है। परीक्षा केंद्र बनवाने के लिए जिन स्कूलों ने सूचनाएं अपलोड की हैं अब उनका स्थालीय सत्यापन होगा। इसके लिए जांच टीमें गठित कर दी गई हैं। नोडल अधिकारी बना दिए गए हैं।

By Sant ShuklaEdited By: Published: Tue, 15 Dec 2020 11:33 AM (IST)Updated: Tue, 15 Dec 2020 11:33 AM (IST)
परीक्षा केंद्र बनाने के लिए नोडल अधिकारी नामित, केंद्र की करेंगे जांच
जिनकी निगरानी में जांच दल सूचनाओं की जांच कर 19 दिसंबर तक अपनी रिपोर्ट देगा।

बरेली,जेएनएन।  यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं के लिए केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया तेज हो गई है। परीक्षा केंद्र बनवाने के लिए जिन स्कूलों ने सूचनाएं अपलोड की हैं, अब उनका स्थालीय सत्यापन होगा। इसके लिए जांच टीमें गठित कर दी गई हैं। नोडल अधिकारी बना दिए गए हैं। जिनकी निगरानी में जांच दल सूचनाओं की जांच कर 19 दिसंबर तक अपनी रिपोर्ट देगा।

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यदि किसी भी प्रधानाचार्य ने आधारभूत सूचनाएं परिषद की वेबसाइट पर गलत अपलोड की हैं तो उनके स्कूल को परीक्षा केंद्र की मेरिट सूची से बाहर कर उसके खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी। गौरतलब है कि 414 स्कूलों में से 307 ने ही सूचनाएं अपलोड की हैं।

डीआइओएस डॉ. अमर कांत सिंह ने बताया कि इन स्कूलों  की ओर से जो सूचनाएं अपलोड की गई हैं, उनके भौतिक सत्यापन के लिए नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं। प्रत्येक नोडल अधिकारी अपने साथ संबंधित तहसील के विद्यालय के प्रधानाचार्य, उप जिलाधिकारी, तहसीलदार और लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता के साथ जाकर सत्यापन करेंगे। रिपोर्ट के आधार पर आगे की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।

इनकी होगी जांच

-विद्यालय की मान्यता हाईस्कूल या इंटर, आवासीय है या नहीं, तहसील और ब्लॉक मुख्यालय से स्कूल की दूरी, प्रिंसिपल और प्रबंध तंत्र के बीच विवाद, पक्की छत वाले कक्षों की संख्या, तय मानक के अनुसार उसकी लम्बाई-चौड़ाई, बैठने की क्षमता, परीक्षार्थियों के लिए उपयुक्त फर्नीचर की संख्या, एक पाली में बैठने के लिए धारण क्षमता व संसाधन,  स्कूल में स्ट्रांग रूम व लोहे की अलमारी है या नहीं, वायस रिकार्डर युक्त सीसीटीवी कैमरे, कमरों की संख्या जहां सीसीटीवी कैमरे न लगे हों, विद्यालय में कम्प्यूटर सिस्टम व ऑपरेटर, उन विद्यालयों के कोड जो न्यूनतम दूरी के संपर्क मार्ग से विद्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हों।

इन्हें बनाया नोडल अधिकारी

-सदर ए – डॉ. गिरीश चंद्र यादव, प्रधानाध्यापक राजकीय हाईस्कूल औरंगाबाद

डॉ. केपी सिंह, प्रधानाध्यापक, राजकीय हाईस्कूल बिथरी चैनपुर

-सदर बी – डॉ. सुभाष चंद्र मौर्या, प्रधानाध्यापक राजकीय हाईस्कूल तालगौंटिया

देवेंद्र पाल सिंह, प्रधानाचार्य पं. दीन दयाल उपाध्याय इंटर कॉलेज वेवर बसंतपुर

-आवंला : प्रभात मिश्रा, प्रधानाध्यापक राजकीय हाईस्कूल , आंवला

डॉ. राजकुमार सिंह, प्रधानाध्यापक राजकीय हाईस्कूल बलेई भगवंतपुर

मीरगंज : जेपी गंगवार, प्रधानाध्यापक, राजकीय हाईस्कूल बल्लिया मीरगंज

सत्यवीर सिंह, प्रभारी प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज अगरास

बहेड़ी : मनोज, प्रधानाध्यापक राजकीय हाईस्कूल अलीनगर

राम प्रकाश त्यागी, प्रभारी प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज रिछा

नवाबगंज : राम चंद्र, प्रधानाध्यापक राजकीय हाईस्कूल बीजामऊ

संजय सिंह, प्रधानाध्यापक राजकीय हाईस्कूल मोहम्मदपुर

फरीदपुर : डॉ. लोकेश चंद्र, प्रधानाध्यापक, राजकीय हाईस्कूल शिवपुरी

महेंद्र प्रताप, प्रधानाध्यापक राजकीय हाईस्कूल सिमराकेशोपुर 


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