बरेली में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों पर आमजन के लिए नहीं औषधि Bareilly News
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र। जिले में यह केंद्र अपने ही अस्तित्व के लिए जूझ रहा है। इलाज का खर्च न उठा पाने वाले वंचित वर्ग के लोगों को सस्ती दवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से खुले
जेएनएन, बरेली : प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र। जिले में यह केंद्र अपने ही अस्तित्व के लिए जूझ रहा है। इलाज का खर्च न उठा पाने वाले वंचित वर्ग के लोगों को सस्ती दवाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से खुले केंद्र में दवाएं ही नहीं हैं। सर्जिकल आइटम तो दूर की बात। स्थिति यह है कि बुखार, दर्द, खांसी-जुकाम की सामान्य टैबलेट, सीरप तक नहीं हैं।
जिले में सरकारी अस्पतालों में यह केंद्र खोलने के लिए आगरा की ब्रेन पावर एचआर मैनेजमेंट एजेंसी को काम दिया गया था। जिला और मानसिक अस्पताल में केंद्र खोलने थे। 15 अगस्त 2018 को सिर्फ जिला अस्पताल में ही यह खुला। केंद्र के कार्य की अवधि आठ घंटे तय थी। कंपनी के एरिया मैनेजर आमिर अंसारी ने बताया कि गाइडलाइन के अनुसार 70 तरह की दवाएं रखी जानी थीं।
इस समय करीब 22 दवाओं की कमी है। इसके साथ ही यहां सरकार की ओर से सस्ते सर्जिकल आइटम भी दिए जाने थे, जो आज तक आए ही नहीं। शुरुआत में जिले में कुछ प्राइवेट स्तर पर भी लोगों ने दवाओं के केंद्र खोले। दवाओं की सप्लाई नहीं मिलने के कारण कई केंद्र बंद हो गए।
इन दवाओं की हुई कमी
- एमोक्सी 625 एंटीबायोटिक
- सिवेक्सिम ड्राप एंटीबायोटिक बच्चो की सर्दी
- सिरप पैरासिटामोल बच्चों का
- डाइक्लोफेनिक दर्द
- एसिलोफेनिक दर्द
- मेटफॉर्मिंग 500 शुगर
- सिरप मल्टी विटामिन-ए मल्टी मिनरल
- अजीथ्रोमाइसीन 500 एंटीबायोटिक
- सर्जिकल सामान आज तक नहीं आया