बरेली के संजीवनी हॉस्पिटल में मरीज तो थे पर डाक्टर नहीं
बरेली में पीलीभीत बाइपास स्थिति संजीवनी अस्पताल में मरीज तो भर्ती थे लेकिन डाक्टर नहीं। वहां शनिवार को जांच हुई तो कई अनियमितता मिलीं। एसीएमओ डा हरपाल सिंह ने स्वयं जांच की। अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई अब आगे बढ़ाई जा रही है।
जासं, बरेली : शहर में पीलीभीत बाइपास के पास स्थिति संजीवनी अस्पताल में मरीज तो भर्ती थे लेकिन डाक्टर नहीं। इसके बावजूद इलाज चल रहा था। वहां शनिवार को जांच हुई तो कई अनियमितता मिलीं। एसीएमओ डा हरपाल सिंह ने स्वयं जांच की। अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई अब आगे बढ़ाई जा रही है।
एसीएमओ डाक्टर हरपाल सिंह के पास किसी माध्यम से दो वीडियो पहुंचे थे, जिनमें संजीवनी अस्पताल में व्याप्त अनियमितताओ को लेकर कई सुबूत थे। एसीएमओ ने इन वीडियो को देखा तो प्रारंभिक रूप से सही लगे।मामले को गम्भीरता से लेते हुए डॉक्टर हरपाल मौके पर पहुंचे तो, वहां पर दो मरीज भर्ती थे। हैरानी की बात यह थी कि मरीज होने के बावजूद अस्पताल के अंदर कोई डॉक्टर नहीं था। एसीएमओ ने कहा कि संजीवनी अस्पताल के संचालक को नोटिस दिया जा रहा है। उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। यदि उनका जवाब संतोषजनक नहीं पाया जाएगा तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
बरेली में ऐसे अस्पताल बड़े पैमाने पर हैं, जहां प्राथिमक सुविधाएं नहीं हैं लेकिन वह चल रहे हैं। कुछ ने तो स्वास्थ्य विभाग से लाइसेंस भी नहीं ले रखे हैं। इन अस्पतालों को चलवाने में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी और कुछ अधिकारियों की भूमिका ही पर्दे के पीछे रहती है। इनके संरक्षण के चलते ही कार्रवाई नहीं होती। बरेली में चल रहे ऐसे निजी अस्पतालों का पूरा नेटवर्क है। इसमें एम्बुलेंस चालक भी शामिल हैं, जो कमीशन पर यहां मरीज लेकर आते हैं। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी मरीज भेजते हैं। ये अस्पताल मोटा बिल मरीजों का बनाते हैं।