निकाय चुनाव 2022 : बरेली में भाजपा ने अधीर सिंह को बनाया संयाेजक, 80 वार्डों में बदलेगा आरक्षण
Nikay Chunav Reservation निकाय चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं।जिसके बाद महापौर पद के लिए होने वाले चुनाव में आरक्षण भी 10 अक्टूबर तक जारी होने की संभावना हैं।वहीं बरेली की 80 वार्डों में भी आरक्षण बदलेगा।
बरेली, जागरण संवाददाता। Nikay Chunav Reservation : नगर निकाय का चुनाव इसी साल नवंबर में होने की बात बीते दिनों भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी कह गए थे। इधर, निकाय चुनाव के प्रभारी, सह प्रभारी व संयोजक नियुक्त होने के बाद इसकी संभावना बढ़ गई है।
इससे पहले संभावना जताई जा रही है कि दस अक्टूबर तक महापौर पद के लिए आरक्षण तय हो जाएगा। फिर वार्डों में पार्षदों के लिए भी आरक्षण होगा। ऐसे में नेताओं ने कमर कस ली है।
नगर निगम का बोर्ड पांच साल पहले दिसंबर में गठित हो गया था। उस हिसाब से इस बार नवंबर में ही नगर निगम के चुनाव होने की आशंका जताई जा रही है। बीते दिनों भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने नवंबर में चुनाव होने की जानकारी भी कार्यकर्ताओं को दी थी।
इसके साथ ही चुनाव की तैयारियों में जुटने को कहा था। दो दिन पहले अब निकाय चुनाव कराने के लिए नेताओं को जिम्मेदारी भी दे दी गई है।
समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने भी अपने प्रदेश अध्यक्ष के नाम घोषित कर दिए हैं। जल्द इन दलों में स्थानीय स्तर पर भी संगठन के नए चेहरे सामने आने वाले हैं। बसपा के स्थानीय संगठन में भी जल्द विस्तार की उम्मीद है। इसके साथ ही इन दलों ने भी सक्रियता बढ़ा दी है।
भाजपा पदाधिकारियों ने जिला, मंडल, सेक्टर, वार्ड और बूथ स्तर तक की तैयारी पूरी करने का दावा किया है। चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों की गतिविधियां बढ़ गई हैं। वह पार्टी व अन्य कार्यक्रमों में दिखाई देने लगे हैं।
महापौर की सीट पिछड़ा वर्ग की होने की उम्मीद
प्रदेश में इस बार शाहजहांपुर, अयोध्या और मथुरा-वृंदावन तीन नगर निगम बढ़े हैं। शाहजहांपुर में नया परिसीमन हो रहा है। नए नगर निगम बनने के कारण पूरे प्रदेश की महापौर की सीटों का नए सिरे से आरक्षण तय किया जाएगा। इसके चलते बरेली महापौर सीट का भी आरक्षण बदलेगा।
संभावना है कि शहर में महापौर सीट पिछड़ी जाति के पुरुष के लिए आरक्षित हो सकती है। वही, चर्चा यह भी है कि सामान्य वर्ग के लिए इस सीट को आरक्षित करने का प्रयास भी किया जा रहा है।
शहर के 80 वार्डों में भी बदलेगा आरक्षण
वर्ष 2012 में शहर में 70 वार्ड थे। फिर 2017 के चुनाव से पहले परिसीमन के चलते 10 वार्ड बढ़ाकर 80 कर दिए गए। तब वार्डों में पार्षदों के लिए भी आरक्षण बदला गया। इस बार महापौर पद का आरक्षण होने के बाद पार्षदों के लिए भी आरक्षण तय होगा। पार्षदों की सीटों यानी वार्डों के लिए भी आरोही व अवरोही क्रम में ही आरक्षण किया जाएगा। इसमें अनुसूचित जाति, पिछड़ी जाति और अनारक्षित वर्ग के लिए सीटें तय की जाएंगी।
निकाय चुनाव की तैयार करेंगे संरचना : अधीर सक्सेना
भाजपा ने निकाय चुनाव के लिए महानगर महामंत्री अधीर सक्सेना को संयोजक बनाया है। वर्ष 1993 से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीति की शुरुआत करने वाले अधीर सक्सेना का कहना है कि नवंबर में निकाय चुनाव होने की उम्मीद है।
इसी 10 अक्टूबर तक महापौर पद का आरक्षण भी हो सकता है। फिर वार्डों में पार्षदों के लिए भी आरक्षण तय होगा। उन्होंने बताया कि जिले में पार्टी को मजबूत और जिताऊ प्रत्याशी दिए जाएंगे। इसके लिए तैयारियों शुरू कर दी हैं। बूथ स्तर तक मजबूत तैयारी के लिए सोमवार को संरचना बनाई जाएगी।