धर्म परिवर्तन, निकाह, तलाक और फिर हलाला
-19 साल पहले रंजीत कौर बन गई थीं फातिमा नूरी -निकाह के बाद पति ने कराया हलाला फिर
जागरण संवाददाता, बरेली: 19 साल पहले पूरनपुर की रंजीत कौर धर्म परिवर्तन करके फातिमा नूरी बन गई। इसके बाद उन्होंने निकाह किया, लेकिन दो साल बाद शौहर ने तलाक दे दिया। इसके बाद उन्हें दोबारा रखने का तैयार हो गया। अपने दोस्त से हलाला कराया लेकिन, फिर भी मुकर गया। परिवार टूटने से आहत फातिमा एसएसपी से मिली। कहा कि उसका शौहर अब जान से मारने की धमकी दे रहा है।
मेरा हक फाउंडेशन की अध्यक्ष फरहत नकवी ने बताया कि 19 साल पहले पूरनपुर में रंजीत कौर चेयरमैन थीं। उनका बरेली आना जाना था। आला हजरत से प्रभावित होकर 18 साल पहले वह बरेली आ गईं। धर्म परिवर्तन कर रंजीत कौर फातिमा नूरी बन गई। बाद में कोर्ट के जरिए उन्होंने अपने दोनों बच्चे हासिल कर उनका भी धर्म परिवर्तन कराकर अपने पास रख लिया। यहां फातिमा नूरी का निकाह सूफी टोला पुराना शहर निवासी हफीज खां से कराया गया। हफीज की पहली पत्नी की मौत हो चुकी थी। उनकी एक बेटी थी। निकाह के दो-तीन साल बाद हफीज ने फातिमा नूरी को तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया। बाद में दोनों पक्षों में बातचीत चली तो हफीज दोबारा फातिमा को रखने पर राजी हो गया। उसने अपने दोस्त से फातिमा का हलाला कराया। हलाला के बाद सवा तीन महीने इद्दत के पूरे हुए तब उसने फातिमा को रखने से इन्कार कर दिया। तब से फातिमा लगातार अपने हक के लिए लड़ रही है। फरहत नकवी का कहना है कि वह फातिमा पर हफीज ने हमले कराए थे। इसकी शिकायत एसएसपी जोगेंद्र कुमार से की गई है। मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से शिकायत कर फातिमा को न्याय दिलाया जाएगा।