Fake Currency Case : कोलकाता से आई एनआइए की टीम ने की छापेमारी Pilibhit News
नकली नोटों की तस्करी का नेटवर्क खंगालने के लिए कोलकाता से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की एक और टीम शहर में लगातार छापेमारी कर रही है।
जेएनएन, पीलीभीत : नकली नोटों की तस्करी का नेटवर्क खंगालने के लिए गुरुवार देर रात कोलकाता से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की एक और टीम शहर पहुंच गई। टीम लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन अभी तक लखीमपुर खीरी जिले के सीमावर्ती गांव में रहने वाला मुख्य आरोपित हत्थे नहीं चढ़ सका है। टीम ने शुक्रवार को उसके दो बैंक खातों की जांच की।
न्यूरिया थाना क्षेत्र के गांव टांडा कॉलोनी निवासी बंगाली युवक को तकरीबन डेढ़ माह पहले पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में नकली नोटों की तस्करी में गिरफ्तार किया गया था। मामले में एनआइए ने गिरफ्तार युवक से गहनता से पूछताछ की थी। तीन दिन पहले एनआइए की लखनऊ ब्रांच के डिप्टी एसपी बालेंदु पांडेय के नेतृत्व में एक टीम पीलीभीत पहुंच गई थी। टीम ने गांव टांडा कॉलोनी पहुंचकर आरोपित के घर छापामारी की थी। इस दौरान तलाशी में नकली नोट तथा कुछ दस्तावेज मिले थे। इनमें नकली नोटों की तस्करी में पैसे के लेनदेन का ब्योरा दर्ज है।
मुख्य आरोपित की तलाश में छापामारी
एनआइए ने हजारा तथा लखीमपुर खीरी जिले के संपूर्णानगर थाना क्षेत्र के सीमावर्ती एक गांव में भी मुख्य आरोपित की तलाश में छापेमारी की, लेकिन तस्करी का मुख्य आरोपित हाथ नहीं लग सका। गिरफ्तार आरोपित ने एनआइए को पूछताछ में बताया था कि मुख्य आरोपित ने ही नकली नोट लेकर उसे पश्चिम बंगाल भेजा था। एनआइए ने मुख्य आरोपित के दो बैंक एकाउंट भी खंगाले हैं। इनमें एक एकाउंट बैंक ऑफ बड़ौदा का तो दूसरा आइसीआइसीआइसी बैंक का है।
एनआइए को अन्य आरोपित की भी तलाश
नकली नोटों की तस्करी से जुड़े एक और आरोपित की तलाश में एनआइए ने उत्तराखंड के खटीमा क्षेत्र में छापेमारी की, लेकिन आरोपित फरार हो चुका था। दरअसल, गिरफ्तार आरोपित करीब पांच साल तक इस आरोपित के घर रह चुका है। जो मूल रूप से हजारा थाना क्षेत्र के गांव का निवासी है, लेकिन काफी समय से परिवार के साथ खटीमा में रह रहा है।
वर्जन
एनआइए की टीम तीन दिन से जिले में मूवमेंट कर रही है। स्थानीय स्तर पर टीम को पुलिस का सहयोग दिया जा रहा है, लेकिन एनआइए टीम किस मामले में छापेमारी कर रही है, इस बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। वैसे भी एनआइए अपने अफसरों को ही सीधे रिपोर्ट करती है। -अभिषेक दीक्षित, एसपी