ऑपरेशन में देरी से नवजात ने मां के गर्भ में ही तोड़ा दम, परिजनों ने किया हंगामा Bareilly News
जिला महिला अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही के चलते एक शिशु ने मां के गर्भ में ही दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने चार दिन तक महिला का ऑपरेशन नहीं किया।
बरेली, जेएनएन : जिला महिला अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही के चलते एक शिशु ने मां के गर्भ में ही दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने चार दिन तक महिला का ऑपरेशन नहीं किया। परिवार वाले उसे दूसरी जगह ले गए। वहां से दोबारा महिला अस्पताल लाए। मंगलवार सुबह ऑपरेशन में पेट से मरा बच्चा निकला। इस पर घरवालों ने हंगामा किया।
बिहारीपुर मेमरान के मेराज वली ने पत्नी शाजिया को प्रसव पीड़ा होने पर गुरुवार को जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया था। आरोप है कि वहां डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने के बजाए यह बता दिया अभी समय पूरा नहीं हुआ है। इस पर वह रविवार को पत्नी को महिला अस्पताल से ले आए।
प्राइवेट में दिखाया तो वहां समय पूरा होने की जानकारी दी गई लेकिन, रुपये नहीं होने के कारण शाजिया को सोमवार को फिर महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। रात भर वह दर्द से तड़पती रही। मंगलवार सुबह साजिया का ऑपरेशन किया तो बच्चा मृत निकला। परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। पुलिस ने उनके बयान लिए।
24 घंटे पहले ही पेट में मर चुका था बच्चा
शाजिया के पेट में बच्चा करीब 24 घंटे पहले मर चुका था। ऑपरेशन में मरा हुआ बच्चा मिलने पर डॉक्टरों ने जांच में इसकी पुष्टि भी की। मेराज ने बताया कि डॉक्टरों ने 27 फरवरी से दो मार्च के बीच की प्रसव की तारीख दी थी, लेकिन डॉक्टर ने समय पूरा नहीं होना बताकर ऑपरेशन नहीं किया।
रुपये मांगने का भी लगाया आरोप
मेराज ने बताया कि पत्नी को भर्ती करने के बाद बात-बात पर स्टाफ रुपये मांगता रहा। पत्नी के साथ मौजूद घर की महिलाओं ने उन्हें कभी सौ तो कभी दो सौ रुपये दिए भी। बावजूद इसके पत्नी का ऑपरेशन नहीं किया।
परिजनों की शिकायत पर डॉक्टर से पूछा तो उन्होंने बताया कि अल्ट्रासाउंड में प्रसव होने में समय था, इसलिए ऑपरेशन नहीं किया गया। हालांकि मामले की जांच कराई जाएगी। अगर चूक हुई है तो सख्त कार्रवाई होगी।
- डॉ. अलका शर्मा, सीएमएस, महिला अस्पताल