New Policy Speculation and Supply : गन्ना पेराई के लिए सट्टे एवं आपूर्ति की नीति जारी, जानिए क्या हुए बदलाव
New Policy Speculation and Supply गन्ना पेराई के लिए प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजयआर भूसरेड्डी ने गन्ने के सट्टे एवं आपूर्ति की नीति जारी की है। जिसके आधार पर मंडल के गन्ना किसानों को गन्ने की पर्चियों समेत आपूर्ति के विस्तार से निर्देश दिए गए हैं।
बरेली, जेएनएन। New Policy Speculation and Supply: गन्ना पेराई के लिए प्रदेश के गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजयआर भूसरेड्डी ने गन्ने के सट्टे एवं आपूर्ति की नीति जारी की है। जिसके आधार पर ही मंडल के गन्ना किसानों को गन्ने की पर्चियों समेत आपूर्ति के विस्तार से निर्देश चीनी मिलों को दिए गए हैं। गन्ना विकास विभाग ने जारी इस वर्ष की सट्टा एवं आपूर्ति नीति में किसानों के हित के लिए कई बदलाव भी किए हैं। जिनमें मुख्य रूप से भूमि क्रय-विक्रय के प्रकरणों में बेसिक कोटा हस्तान्तरण, उत्तम गन्ना कृषकों को उपज बढ़ोत्तरी के लिए निश्शुल्क प्रार्थना पत्र एवं सट्टाधारक सदस्य किसान की मौत पर सट्टा चालू रखे जाने का निर्णय लिया गया है।
जिला गन्ना अधिकारी पीएन सिंह ने बताया कि इस वर्ष की आपूर्ति नीति में प्रति किसान गन्ना सट्टे की सीमा सीमांत कृषक (एक हेक्टेयर तक) के लिए अधिकतम 850 क्विंटल, लघु किसान दो हेक्टेयर तक के लिए 1700 क्विंटल तथा सामान्य कृषक (पांच हेक्टेयर तक) के लिए 4,250 क्विंटल एवं उपज बढ़ोत्तरी की दशा में सट्टे की अधिकतम सीमा सीमान्त, लघु एवं सामान्य कृषक के लिए निर्धारित कि गई है।
गन्ना विकास विभाग द्वारा आपूर्तिकर्ता किसानों की अधिकतम गन्ना आपूर्ति कराने के लिए गत दो वर्ष, तीन वर्ष एवं पांच वर्ष की औसत गन्ना आपूर्ति में से अधिकतम औसत गन्ना आपूर्ति को पेराई सत्र 2021-22 के लिए बेसिक कोटा माने जाने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही जो किसान पेराई सत्र 2020-21 में नये सदस्य बने हैं तथा एक वर्ष ही गन्ने की आपूर्ति किए है उनके एक वर्ष की गन्ना आपूर्ति को बेसिक कोटा माना जाएगा। किसानों की शिकायत निवारण प्रणाली के लिए उत्कृष्ट सुविधा प्रदान करने की दृष्टि से मुख्यालय स्तर पर एक कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है। किसान टोल फ्री नंबर 1800-121-3203 पर कृषक सीधे अपनी शिकायतें दर्ज कराकर समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
गन्ना आपूर्ति से संबंधित समय सारणी
समिति स्तरीय सट्टा प्रदर्शन - 11 सितंबर से 30 सितंबर तक
गन्ना समितियों के नये सदस्य की भर्ती 30 सितंबर तक
कृषकवार सट्टे की मात्रा का आगणन - 10 अक्टूबर तक