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New Education Policy : महाविद्यालयों में कक्षाएं शुरु नहीं हुई और आ गया मिड टर्म परीक्षा का समय

New Education Policy नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक प्रथम सत्र में इस बार सेमेस्टर परीक्षा होनी है। इससे पहले दो मिड टर्म परीक्षाएं भी होनी है। जिसमें पहली मिड टर्म परीक्षा में सिर्फ 12 दिन का समय शेष है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Tue, 19 Oct 2021 11:57 AM (IST)Updated: Tue, 19 Oct 2021 11:57 AM (IST)
New Education Policy : महाविद्यालयों में कक्षाएं शुरु नहीं हुई और आ गया मिड टर्म परीक्षा का समय
New Education Policy : महाविद्यालयों में कक्षाएं शुरु नहीं हुई और आ गया मिड टर्म परीक्षा का समय

बरेली, जेएनएन। New Education Policy : नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक प्रथम सत्र में इस बार सेमेस्टर परीक्षा होनी है। इससे पहले दो मिड टर्म परीक्षाएं भी होनी है। जिसमें पहली मिड टर्म परीक्षा में सिर्फ 12 दिन का समय शेष है। दरअसल एक नवंबर से 10 नवंबर तक मिड टर्म परीक्षाएं होनी है, लेकिन अभी तक महाविद्यालयों में सही से कक्षाएं ही संचालित नहीं हो रही है। ऐसे में मिड टर्म परीक्षा कराना किसी चुनौती से कम नहीं हैं। जबकि विश्वविद्यालय ने शासन के निर्देशों के तहत विश्वविद्यालय परिसर के सभी संकायाध्यक्षों व विभागाध्यक्षों और महाविद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देश पूर्व में ही जारी किए थे। शासन ने नौ सितंबर को सेमेस्टर परीक्षाओं के संबंध में निर्देश जारी किए थे। इसी के तहत विवि के कुलसचिव डा. राजीव कुमार ने 23 सितंबर को निर्देश जारी किए थे।

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इसके तहत स्नातक प्रथम सेमेस्टर की एंड सेमेस्टर की परीक्षाएं 24 जनवरी से 28 फरवरी के मध्य होनी है। जबकि मिड टर्म परीक्षाएं महाविद्यालयों को अपने स्तर पर करानी हैं। पहली मिड टर्म परीक्षा एक नवंबर से 30 नवंबर और दूसरी मिड टर्म की परीक्षा 13 दिसंबर से 23 दिसंबर तक होनी है। महाविद्यालयों को प्रत्येक दशा में 20 जनवरी 2022 तक मिड टर्म परीक्षाओं के अंक विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड करने होंगे। इसी आधार पर सेमेस्टर परीक्षाएं आयोजित कराने के बाद रिजल्ट जारी किया जाएगा। इसके लिए विवि ने पांच सदस्य समिति भी गठित है जो महाविद्यालयों की किसी तरह की कठिनाई दूर करेगी।

अभी होनी हैं दूसरी परीक्षाएं

शासन ने सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए कम से कम 90 शैक्षणिक दिवस पूरे करने के निर्देश दिए हैं। महाविद्यालयों में स्नातक के प्रवेश ही सितंबर तक हुए हैं और अभी भी कई महाविद्यालयों में प्रवेश पंजीकरण चल रहे हैं। इसके अलावा अभी कुछ दिनों पहले ही व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं समाप्त हुई हैं। जिसकी वजह से सही से कक्षाएं ही संचालित नहीं हो सकी हैं। यही नहीं व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की प्रयोगात्मक परीक्षाओं की तिथि भी 26 अक्टूबर तक निर्धारित की गई हैं। इसके अलावा मुख्य परीक्षा की छूटी हुई प्रयोगात्मक परीक्षाओं और बैक पेपर की परीक्षाओं का भी जल्द शेड्यूल जारी होने वाला है।


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