बरेली में पड़ोसी ने छात्र का अपहरण किया, मांगी 25 लाख की फिरौती... और फिर
बारादरी के रोहलीटोला मुहल्ले से शनिवार दोपहर को एक छात्र का अपहरण कर लिया गया। अपहरणकर्ता ने 25 लाख की फिरौती मांगी तो परिजन ही नहीं पुलिस में भी हड़कंप मचा।
जेएनएन, बरेली : बारादरी के रोहलीटोला मुहल्ले से शनिवार दोपहर को एक छात्र का अपहरण कर लिया गया। अपहरणकर्ता ने 25 लाख की फिरौती मांगी तो परिजन ही नहीं, पुलिस में भी हड़कंप मचा। आनन-फानन थाने से लेकर क्राइम ब्रांच तक लगा दी गईं। एक-एक कड़ी, सुराग खंगाले। इस फिक्र, तत्परता और शिकंजे ने असर दिखाया। अपहरणकर्ता देर रात अचानक बच्चे को मुहल्ले में गुरुद्वारे के पास छोड़कर भाग गया। परिजन ने राहत की सांस ली। वहीं पुलिस अपहरण की गुत्थी सुलझाने में जुटी है।
रोहलीटोला निवासी साइकिल स्टैंड ठेकेदार अंकित सिंह उर्फ गुड्डन पत्नी कुसुम व दो बच्चों के साथ रहते हैं। बड़ा बेटा आयुष (7) साल बिशप कोनरॉड स्कूल में कक्षा तीन का छात्र है। शनिवार दोपहर दो बजे घर के बाहर खेल रहा आयुष अचानक लापता हो गया। शाम 4 बजे करीब मां कुसुम के मोबाइल पर कॉल आई, जिस पर कॉलर ने बच्चे को छोड़ने के बदले 25 लाख की फिरौती मांगी। अपहरण की सूचना पर बारादरी इंस्पेक्टर कृष्णवीर सिंह पहुंचे। बाद में एसपी सिटी अभिनंदन सिंह व एसपी क्राइम रमेश भारती भी पहुंच गए। जानकारी की। आसपास लगे सीसीटीवी की जांच की। फिर अलग-अलग टीमें बनाकर लगा दीं। वापस आने पर आयुष ने बताया कि पड़ोसी दीपांशु उसे अपने साथ ले गया था और एक कमरे में बंद कर दिया था।
कोल्ड डिंक में दिया नशा, तीन लोग शामिल
बच्चा जैसे ही लौटकर आया तो उसे उल्टियां होने लगीं। पुलिस ने उसे डाक्टर को दिखाया। तबीयत सुधरने पर बच्चे ने बताया कि जिस कमरे में उसे बंद किया गया था उसमें भी उसे दो-तीन उल्टियां हुई थीं। पड़ोसी दीपांशु उसे एक पार्क में ले गया। वहां कोल्डडिंक पिलाई थी। इसी के बाद से उल्टी होने लगी। इसके बाद बच्चे को दूसरे युवक को दे दिया गया। उसने कमरे में बंद कर बाहर से ताला लगा दिया था। रात दूसरा कोई आया। उसने ताला तोड़कर बाहर निकाला और फिर घर के पास छोड़ गया था।
अपहरणकर्ता गुरुद्वारे के पास छोड़ गया बच्चा
पुलिस की टीमें बच्चे की तलाश में लगी थीं। रात करीब ग्यारह बजे अपहरणकर्ता बच्चे को कांकरटोला में गुरुद्वारे के पास छोड़ गया। बच्चा रोते हुए मुहल्ले तक पहुंचा। तब परिजन ने और पुलिस ने भी राहत की सांस ली।
फिरौती के लिए की इंटरनेट कॉलिंग
बारादरी के रोहलीटोला से सात साल के बच्चे का अपहरण करने वाला बेहद शातिर था। फिरौती के लिए किसी सिमकार्ड वाले फोन का नहीं, बल्कि इंटरनेट कॉलिंग का इस्तेमाल किया। पुलिस को नंबर ही नहीं ट्रैक हो सका था। बाद में डिवाइस का पता चला।
घर-घर पूछताछ से डरा पड़ोसी
घटना के बाद मुहल्ले में पुलिस की धमक बढ़ी। सीसीटीवी में बच्चा एक घर में जाता दिखा, लेकिन वापस आते नहीं। आसपास के ही किसी व्यक्ति के शामिल होने की आशंका में पुलिस ने मुहल्ले के घर-घर में पूछताछ शुरू की। आशंका है कि इसी डर से पड़ोसी अपहरणकर्ता बच्चे को छोड़कर खुद फरार हो गया।
छानबीन अपहरण की, खुला सट्टा
पुलिस मासूम छात्र के अपहरण की गुत्थी सुलझा रही थी। उसके हाथ आ गया एक सट्टे का राज। छात्र के पिता के मोबाइल में तमाम सट्टे की पर्चियां मिलीं। तब पता चला कि वह सट्टा करता है। पुलिस को शक है कि जिस पड़ोसी ने छात्र का अपहरण किया है उसने सट्टे में नुकसान होने या फिर अपनी रकम की वसूली के लिए बच्चे का अपहरण किया होगा।
क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
बच्चे का अपहरण हुआ था। रात में वह लौट आया। बच्चे की मां के मोबाइल पर फिरौती की कॉल आई थी। उसी अज्ञात नंबर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। अपहरणकर्ताओं की तलाश में टीमें लगी हैं। जल्द खुलासा करेंगे।-अभिनंदन सिंह, एसपी सिटी