NEET Exam 2021 : NCERT पैटर्न पर आधारित आए प्रश्न, भौतिक विज्ञान के सवालाें में उलझे छात्र
NEET Exam 2021 राष्ट्रीय पात्रता सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) में अभ्यर्थियों को भौतिक विज्ञान ने उलझा दिया। हालांकि रसायन विज्ञान का प्रश्नपत्र औसत और जीव विज्ञान का प्रश्नपत्र सरल रहा। ऐसे में परीक्षा केंद्र से बाहर आते वक्त छात्रों के चेहरों पर मिलाजुला भाव दिखा।
बरेली, जेएनएन। NEET Exam 2021 : राष्ट्रीय पात्रता सह-प्रवेश परीक्षा (नीट) में अभ्यर्थियों को भौतिक विज्ञान ने उलझा दिया। हालांकि, रसायन विज्ञान का प्रश्नपत्र औसत और जीव विज्ञान का प्रश्नपत्र सरल रहा। ऐसे में परीक्षा केंद्र से बाहर आते वक्त छात्रों के चेहरों पर मिलाजुला भाव दिखा। रविवार को जिले के 35 परीक्षा केंद्रों पर नीट का आयोजन हुआ। परीक्षा केंद्र से बाहर आते वक्त छात्रों के चेहरे पर कहीं खुशी तो कहीं मायूसी नजर आई। अधिकांश छात्र भौतिक विज्ञान में गच्चा खा गए।
छात्रों का कहना था कि भौतिक विज्ञान के सवाल कुछ हद तक कठिन थे। निगेटिव मार्किंग होने के चलते वह तुक्का लगाने की गलती भी नहीं कर सकते थे। भौतिक विज्ञान में गच्चा खाए छात्रों को अब इसका असर नतीजे पर पड़ने का डर सता रहा है। अन्य विषयों की बात करें तो छात्रों के अनुसार रसायन विज्ञान का प्रश्नपत्र औसत रहा। अधिकांश छात्र जीव विज्ञान के प्रश्नपत्र को आसान करार दे रहे हैं।
भौतिक विज्ञान के न्यूमेरिकल सबसे अधिक कठिन लगे। भौतिक विज्ञान के 45 सवाल हल करने में कई परीक्षार्थियों को एक घंटे से अधिक समय लगा। परीक्षा जिल के 35 केंद्रों में हुई। जिसमें तकरीबन 96.1 फीसद परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। एनटीए सिटी कोआर्डिनेटर वीके मिश्रा ने बताया कि परीक्षा के लिए 35 केंद्रों पर करीब 15723 हजार अभ्यर्थी आवंटित किए गए थे, करीबन चार फीसद विद्यार्थी अनुपस्थित रहे।
दोपहर दो से तीसरे पहर पांच बजे की पाली में संपन्न हुई परीक्षा के लिए सभी केंद्रों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम थे। परीक्षा से दो घंटे पहले विद्यार्थियों को केंद्र में प्रवेश देने की शुरुआत हो गई थी, सघन चेकिंग और शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए उन्हें प्रवेश दिया गया। कोविड-19 प्रोटोकाल का सख्ती से पालन कराने को गेट पर ही विद्यार्थियों को एन-95 मास्क उपलब्ध कराए गए। परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई।
एनसीईआरटी पैटर्न पर आधारित थे प्रश्न
ओमेगा क्लासेज के डायरेक्टर कलीमुद्दीन ने बताया कि नीट की परीक्षा में फिजिक्स अपेक्षाकृत कुछ कठिन लगी। केमिस्ट्री और बायोलाजी के प्रश्न पिछले वर्षों की तरह ही एनसीईआरटी पैटर्न पर आधारित थे। फिजिक्स में बीज न्यूमेरिकल प्रश्न में छात्रों को दिक्कत हुई, वह पेचीदा और गणना में अधिक समय लेने वाले थे। उनके विकल्प भी आपस में बेहद करीब थे, जिससे असमंजस की स्थिति रही।
कम रह सकती है कट आफ
शैक्षणिक क्षेत्र में कार्यरत डा. अमित तिवारी का कहना है कि इस वर्ष नीट की कटआफ पिछले वर्ष की तुलना में कम रहने की संभावना है। पिछले वर्ष कटआफ 720 में से 608 अंक थी। इस बार फिजिक्स के मुश्किल सवालों के कारण यह गिर सकती है। इसके 590 के करीब रहने की संभावना है। सामान्य श्रेणी में 600 से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को एमबीबीएस के सरकारी कालेज में प्रवेश मिलने की पूरी संभावना है। केमिस्ट्री के प्रश्न लगभग सामान्य थे, आर्गेनिक-इनआर्गेनिक व फिजिकल केमिस्ट्री के बराबर ही प्रश्न पूछे गए थे, जो पिछले वर्षों में पूछे गए प्रश्नों की तरह ही लगे। आर्गेनिक में नेम रिएक्शन वाले प्रश्न भी थे।