Move to Jagran APP

महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर बोले- पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद, आनंद गिरि तो सिर्फ मोहरा, असली साजिश तो सीएम योगी को असफल करना

Narendra Giri Death Swami Chinmyanand Statement राष्ट्र्रीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत को पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने हत्या करार देते हुए मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है।

By Ravi MishraEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 03:47 PM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 06:26 PM (IST)
महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर बोले- पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद, आनंद गिरि तो सिर्फ मोहरा, असली साजिश तो सीएम योगी को असफल करना
महंत नरेंद्र गिरि की मौत पर बोले- पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद

बरेली, जेएनएन। Narendra Giri Death Swami Chinmyanand Statement : अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत को पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने हत्या करार देते हुए मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। उन्होंने इसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को असफल साबित करने की साजिश बताया है। पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि वह नरेंद्र गिरि को कई वर्षों से जानते थे। वह उनसे उनके अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष बनने से पहले से परिचित थे।

loksabha election banner

उनका कहना है कि नरेंद्र गिरि बहुत मजबूत व्यक्ति थे। वह कभी आत्महत्या नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि यह हत्या है। इसकी सीबीआइ या फिर न्यायिक जांच होनी चाहिए। चिन्मयानंद ने बाघम्बरी अखाडे की जमीन की खरीद फरोख्त सहित अन्य बिंदुओं पर भी जांच की मांग की। कहा कि आनंद गिरि को सिर्फ मोहरा बनाया गया है। इसमें एक दल विशेष के लोग हैं जो वर्षों से नरेंद्र गिरि के साथ लगे हुए। जांच में सब साफ हो जाएगा।

चिन्मयानंद ने कहा कि इस घटना से संत समाज आहत है। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कमजोर व सरकार को असफल साबित करने का प्रयास है। ताकि जनता को यह लगे कि योगी अपने शासन में संत समाज की भी सुरक्षा नहीं कर सकते। चिन्मयानंद ने कहा कि ऐसा ही षड़यंत्र उनके साथ रचकर इससे पहले भी योगी आदित्यनाथ को बदनाम करने का प्रयास हुआ था। चिन्मयानंद पर 2019 में ला कालेज की छात्रा ने दुष्कर्म का आरोप लगाया था। हालांकि कोर्ट में छात्रा के आरोप से मुकरने के बाद उन्हें बरी कर दिया गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.