Muskaan Murder Case : बरेली में मां कह रही ‘कलेजा’ है कातिल Bareilly News
सीबीगंज क्षेत्र में नबालिग बहन की पीट पीट कर हत्या की घटना ने सभी को झकझोर दिया है। बेटी की हत्या के बाद एक मां का कलेजा जैसे फट गया हो।
बरेली, जेएनएन : सीबीगंज क्षेत्र में नबालिग बहन की पीट पीट कर हत्या की घटना ने सभी को झकझोर दिया है। बेटी की हत्या के बाद एक मां का कलेजा जैसे फट गया हो। घर से लेकर थाने तक मां के आंसू जहां थमने का नाम नहीं ले रहे थे। वहीं बेटों की करतूत से पिता भी शर्मिंदा थे।
थाने में बिलखती मां ने बताया कि 11 बच्चों में छह बेटे व पांच बेटियां है। सबसे छोटी बेटी को वह सबसे ज्यादा मानती थी। बेटे तो कलेजे के टुकड़े थे लेकिन, वह उनसे भी ज्यादा बेटी को प्यार करती थी। घटना के समय वह आंगन में बैठी थी। उसी दौरान दोनों बेटे मिलकर बेटी को पीटने लगे।
वह बीच-बचाव करने पहुंची तो दोनों बेटे उसे खींचकर ले गए और रसोई में बंद कर दिया। वह बेटी को बेरहमी से पीटते रहे। उसकी चीख सुनकर दिव्यांग बेटे ने बचाने की कोशिश की तो उसे भी पीटा। गला दबाकर मारने की धमकी दी। उसकी आंखों के सामने ही बेटी को बेरहमी से मार डाला और भाग निकले। पुलिस ने मां को ही गवाह बनाया और उनकी तहरीर पर दोनों बेटों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।
वीडियो वायरल कर परिवार से जताया था जान का खतरा: किशोरी पहली बार 26 जून 2019 को जीजा के साथ गई थी तो उसने एक वीडियो वायरल किया था। इसमें उसने घरवालों पर बहन के ससुरालियों को फंसाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि वह बहन के देवर के साथ नहीं गई है। वीडियों में उसने भाइयों द्वारा पिटाई की बात कहते हुए सुरक्षा की भी गुहार लगाई थी। खुद को बालिग बताते हुए दबाव में बहन के ससुरालियों के विरुद्ध बयान देने की बात कही थी।
पुलिस की लापरवाही बनी हत्या की वजह : तीसरी बार किशोरी बिहार निवासी एक प्रेमी के साथ भागी, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। पुलिस ने किशोरी की कॉल डिटेल निकाली तो उसकी लोकेशन उत्तराखंड मिली। दबाव बनाने पर वह दो दिन पहले थाने आई। पुलिस ने उसे परिजनों को सौंप दिया। अगर पुलिस उसे परिजनों को नहीं सौंपती तो शायद आज किशोरी जिंदा होती।
दो बार पहले जीजा के भाई के साथ गई थी किशोरी : किशोरी पहले भी दो बार घर से अपने जीजा के छोटे भाई के साथ भागी थी। इस पर किशोरी के परिजनों ने 30 जून 2019 को दामाद व उसके दो भाइयों पर मुकदमा दर्ज करया था। चार जुलाई को किशोरी लौटी थी। कुद दिन बाद किशोरी फिर भागी लेकिन खुद घर आ गई थी। इंस्पेक्टर बच्चू सिंह इस मुकदमे की जांच कर रहे है।
11 बार डंडे मारकर सिर कुचला : जांच में चला कि किशोरी के सिर पर 11 वार किए गए थे। एक भाई ने छह बार तो दूसरे ने पांच वार किया था। पिटाई से किशोरी का एक हाथ भी टूट गया था।
किशोरी के प्रेम संबंधों की वजह से दोनों भाई उससे नाराज थे। शुक्रवार को झगड़े के दौरान उन्होंने उसकी हत्या कर दी। दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उन पर हत्या का मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया है। - सीमा यादव, सीओ द्वितीय
दारोगा, इंस्पेक्टर पर खेल का आरोप
किशोरी के थाने पहुंचने फिर उसे परिजनों को सौंपने के मामले में दारोगा दिलशाद खां व इंस्पेक्टर की भूमिका संदिग्ध है। वह स्वयं को नारी निकेतन भेजने के लिए कह रही थी। इसके बावजूद पुलिस ने उसे परिजनों के हवाले कर दिया। इससे पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कप्तान ने इंस्पेक्टर को दी थी विवेचना
मामला दो संप्रदाय से जुड़ा होने के कारण पुलिस ने विवेचना में लापरवाही बरती। एसएसपी से मिलकर मां ने बेटी को तलाशने में विवेचकों पर लापरवाही का अरोप लगाया था। इसपर कप्तान ने विवेचना इंस्पेक्टर को सौंप दी थी। इसके बाद भी किशोरी की जान नहीं बच सकी।
पब्लिक बनकर पहुंची पुलिस ने भाइयों को खेत से दबोचा
घटना को अंजाम देकर दोनों भाई घर के पीछे 100 मीटर दूर खेत में पहुंचे और बीचोबीच छिप गए। जानकारी होने पर वर्दी में पहुंची पुलिस ने मुहल्ले के लोगों ने से कपड़े लिए और उन्हें पहनकर पब्लिक बनकर खेत से दोनों भाइयों को धर दबोचा।
पड़ोसियों ने दिया ताना इसलिए मार डाला
पकड़े गए दोनों आरोपितों ने बताया कि बहन दो बार पहले रिश्तेदार के साथ भागी। इस बार पता चला कि वह दूसरे समुदाय के युवक के साथ भागी थी। पड़ोसी पहले से ज्यादा ताने देने लगे। इसलिए गुस्सा आया और हत्या कर दी।