यहां तो कातिल बने दोस्त, वजह बना स्मार्टफोन Bareilly News
नजीब के पास मोबाइल फोन था जिसे हड़पने के लिए उन दोनों नाबालिगों ने पहले उसका गला दबाया फिर लोहे की रॉड से प्रहार किए।
जेएनएन, बरेली : दो दिन पूर्व हुए नजीब हत्याकांड का पर्दाफाश कर भले ही पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही हो लेकिन परिजन इससे संतुष्ट नहीं हैं। राजफाश को अधूरा बताया जा रहा है। साथ ही हत्यारों को फांसी दिए जाने की मांग उठाई जा रही है। कस्बे में लोगों ने जुलूस निकालकर यह मांग बुलंद की। वहीं बुधवार शाम नजीब के परिजन व परिचित बड़ी संख्या में एकत्र होकर सीओ रामानंद राय के कार्यालय पहुंचे। उनके न मिलने पर वे कोतवाल रामअवतार से मिले। उन्हें ज्ञापन सौंपा। असल हत्यारों को जल्द पकड़ने और उन्हें फांसी दिलाए जाने की मांग की।
मोबाइल फोन का शौक
गांव रिछा में हुई कक्षा नौ के छात्र नजीब की हत्या उसे दो दोस्तों ने की थी। नजीब के पास मोबाइल फोन था, जिसे हड़पने के लिए उन दोनों नाबालिगों ने पहले उसका गला दबाया फिर लोहे की रॉड से प्रहार किए। इसके बाद मोबाइल लेकर फरार हो गए। हालांकि नजीब के परिजनों ने पुलिस के खुलासे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वह घटना में अन्य लोगों के शामिल होने की आशंका व्यक्त की है। यहां से शुरू हुई जांच : थाना पुलिस ने जांच शुरू की तो नजीब के गायब मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की गई। कुछ नजदीकी रिश्तेदारों और कई दोस्तों से पूछताछ के बाद दो किशोरों को चिह्न्ति किया जो उसके साथ ही पढ़ते थे। दोनों से पूछताछ की तो उन्होंने घटना करना स्वीकार कर लिया।
इसलिए की थी नजीब की हत्या : छात्रों ने बताया कि वह एंड्राइड मोबाइल के लिए चाहते थे। जब उन्होंने नजीब के पास मोबाइल देखा तो उसे लेने की ठान ली। उसे घर से बुलाया और खेत में ले जाकर मोबाइल छीन लिया। शिकायत के डर से पहले उसका गला दबाया बाद में लोहे की रॉड से कई प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों के पास से घटना में प्रयुक्त बाइक, लोहे की रॉड और लूटा गया मोबाइल बरामद किया है। दोनों को किशोर न्यायालय भेजा गया है। मरा या नहीं दो बार गए थे देखने : एसएसपी शैलेष पांडेय ने बताया कि दोनों छात्र घटना को अंजाम देने के बाद भी घटना स्थल पर गए थे। पहली बार उन्होंने रात में ही पुष्टि की, बाद में सुबह जब लोगों की भीड़ घटना स्थल पर पहुंची तो वह दोबारा वहां गए।
में व्यापारी की हत्या के आरोपितों को इज्जतनगर पुलिस ने मुठभेड़ कर गिरफ्तार किया है। देवरनिया व फरीदपुर थाना पुलिस ने भी छात्रों की हत्या करने के आरोपितों को पकड़ा है। पुलिस टीमों को 25-25 हजार रुपये इनाम की संस्तुति की है। - शैलेष पांडेय, एसएसपी