Nagar Nigam : महापौर व नगर आयुक्त के बीच प्रमुख सचिव ने ऐसे बनाया सुलह का रास़्ता Bareilly News
नोडल अधिकारी नवनीत सहगल आए तो थे जिले का हाल जानने लेकिन वह कई सुधारात्मक प्रयासों के साथ ही एक और बड़ा काम कर गए।
जेएनएन, बरेली : नोडल अधिकारी नवनीत सहगल आए तो थे जिले का हाल जानने, लेकिन वह कई सुधारात्मक प्रयासों के साथ ही एक और बड़ा काम कर गए। शिद्दत पकड़ रही महापौर बनाम नगर आयुक्त जंग में सुलह का रास्ता बना गए। पहले दोनों की बातें सुनीं, सुनकर खुद समझाया और फिर वित्त मंत्री सुरेश खन्ना से बीच में पड़कर विवाद को रफा-दफा करने का अनुरोध कर गए। उनके इन प्रयासों का परिणाम फिलहाल सुखद रहा। नगर निगम में विकास को लेकर गतिरोध दूर हो गया और कार्यकारिणी की बैठक में अटके हुए कामों के लिए बजट मंजूर कर दिया गया। उधर, देर रात शहर पहुंचे डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने भी दोनों अफसरों का विवाद खत्म कराने की बात कही।
नगर निगम अखाड़ा बन गया है, यह बात ढकी-छुपी नहीं है। नोडल अधिकारी की भी जानकारी में था। जिस विवाद को खत्म कराने में जिले की सत्ता के गलियारे और वरिष्ठ अफसर नाकाम साबित हो रहे थे, उसे लेकर नवनीत सहगल ने सकारात्मक पहल की। यह पहल जरूरी भी थी, इसलिए क्योंकि इस गतिरोध से विकास का पहिया तेजी से घूमने के बजाय अटक रहा था। दूसरे सरकार की छवि पर असर पड़ रहा था। बात वेंडिंग जोन से शुरू होकर कान्हा उपवन और अब शहर को कूड़े के ढेर बनाने में जिम्मेदारी तय करने तक पहुंच गई थी।
ऐसे में नोडल अधिकारी का प्रयास वाकई तारीफ के काबिल रहा। उन्होंने नगर आयुक्त और महापौर से पहले फोन पर बात की। उसका असर यह हुआ कि नगर निगम कार्यकारिणी की जिस बैठक को लेकर पार्षदों के बीच ही टलने की चर्चा थी, वह सफलतापूर्वक हो गई। इसके बाद शाम को सर्किट हाउस में नोडल अधिकारी ने महापौर और नगर आयुक्त से अलग-अलग बात की।
नोडल अधिकारी ने विकास का वास्ता देकर दोनों को अच्छी तरह समझा दिया। संभवत: बता दिया कि विवाद का लगातार बने रहना किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं है। नोडल अधिकारी ने सुलह के इन प्रयासों को अपने तक नहीं रहने दिया। वह वैवाहिक कार्यक्रम में शिरकत के लिए आए वित्त मंत्री से भी सर्किट हाउस में ही मिले। उनसे अनुरोध किया कि महापौर और नगर आयुक्त के बीच विवाद में पड़कर उसका मुकम्मल समाधान करा दें।
विवाद को लेकर नोडल अधिकारी से बात हुई है। नगर आयुक्त से किसी तरह का व्यक्तिगत मनमुटाव नहीं है। विकास कार्यो को लेकर नाराजगी थी। तय हो गया है कि विकास में किसी तरह का अड़ंगा नहीं लगेगा। हम शहर का विकास तेजी से कराना चाहते हैं।
डॉ. उमेश गौतम, महापौर
नोडल अधिकारी ने विकास कार्य रुके होने को लेकर बात की थी। वह काफी कुछ बता गए हैं। मैं भी यहां काम करने के लिए आया हूं। मन में किसी के लिए किसी तरह का बैर नहीं है। कार्यकारिणी में बजट पास हो गया। अब विकास कार्य तेजी से कराने पर फोकस रहेगा।
सैमुअल पॉल एन, नगर आयुक्त