मुख्य परीक्षा में नहीं लागू हो पाएगी मॉडरेशन पॉलिसी
जागरण संवाददाता, बरेली : एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा में मॉडरेशन पॉलिसी लागू
जागरण संवाददाता, बरेली : एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की मुख्य परीक्षा में मॉडरेशन पॉलिसी लागू नहीं हो पाएगी। परीक्षा में अब सिर्फ छह दिन बचे हैं। सूत्रों की मानें तो अभी तक प्रश्नपत्र भी छपकर विवि नहीं पहुंचे हैं, न ही उनकी जांच के लिए विशेषज्ञ प्रोफेसरों की समितियां गठित हो पाई हैं। अब इन छह दिनों में विवि प्रशासन केंद्रों पर व्यवस्थाएं बनाने की चुनौती से जूझ रहा है। इस स्थिति में मॉडरेशन पॉलिसी पर अमल के आसार न के बराबर हैं।
गत दिनों रुविवि की परीक्षा समिति ने मॉडरेशन पॉलिसी को मंजूरी दी थी। समिति में प्रोफेसरों ने प्रश्नपत्रों में गलती, प्रश्न के दोहराव, पाठ्यक्रम से बाहर के सवाल पूछे जाने के तर्क रखे थे। इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से स्वीकार लिया गया था।
यह है मॉडरेशन पॉलिसी
मॉडरेशन व्यवस्था के मुताबिक स्नातक-परास्नातककक्षाओं के जितने भी विषय हैं। अलग-अलग विषयों के विशेषज्ञ उन प्रश्नपत्रों की जांच करते हैं। यह सुनिश्चित करते कि पेपर में कोई गलती तो नहीं है। इसके बाद यह पेपर परीक्षा केंद्रों पर भेजे जाते हैं।
20 तक आएंगे प्रश्न पत्र
विवि प्रशासन का दावा है कि प्रश्न पत्र छप गए हैं। जबकि सूत्र बताते हैं पेपर अभी विवि कैंपस में नहीं पहुंचे हैं। उम्मीद है कि 20 सितंबर तक पेपर आ जाएंगे। हां, उत्तरपुस्तिकाएं जरूर परीक्षा केंद्रों पर भेजी जा रही हैं।
सेमेस्टर परीक्षा में होगा अमल
विवि के अधिकारी बताते हैं कि अभी हमारा फोकस परीक्षा व्यवस्था बनाने पर है। केंद्रों पर संसाधन पुख्ता कराए जा रहे हैं। कैमरे-वॉयस रिकॉर्डर के साथ केंद्राध्यक्ष, कक्ष निरीक्षकों की स्थिति सुधारी जा रही है। कई केंद्रों पर अब भी हालात ठीक नहीं हैं। मॉडरेशन पॉलिसी सेमेस्टर परीक्षा में लागू हो पाएगी। वर्जन
-मॉडरेशन पॉलिसी पर अमल के लिए हमारे पास समय कम हैं। शासन की मंशानुरूप केंद्रों पर व्यवस्थाएं पुख्ता कराई जा रही हैं। केंद्रों पर परीक्षा सामग्री भेज रहे हैं।
संजीव कुमार, परीक्षा नियंत्रक रुविवि