Smart City : बरेली में उतरेगा कर्नाटक के इस शहर का माॅडल, पढिए ये रिपोर्ट Bareilly News
स्मार्ट सिटी योजना की सुस्त गति सुधारने और शहर को संवारने के लिए अब कर्नाटक के मॉडल पर काम किया जाएगा।
बरेली, जेएनएन : स्मार्ट सिटी योजना की सुस्त गति सुधारने और शहर को संवारने के लिए अब कर्नाटक के मॉडल पर काम किया जाएगा। केंद्र सरकार ने कर्नाटक के शहर दावणगेरे को बरेली की (सिस्टर कन्सर्न) सहयोगी संस्था बनाया है। इसके साथ ही शहर में काम के स्तर को सुधारने के लिए हंड्रेड डेज चैलेंज दिया है। यानी सौ दिनों में कार्य की प्रगति दिखाने को कहा है। जल्द ही दोनों शहरों के बीच सहमति पत्र साइन किया जाएगा। उसके बाद दोनों शहरों के अधिकारी अपने अनुभवों को साझा करेंगे, जिससे शहर की स्थिति सुधर सकेगी।
आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय ने खराब प्रदर्शन करने वाले 20 शहरों के साथ 20 सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले स्मार्ट शहरों को बहन शहरों (सिस्टर सिटीज) के रूप में जोडऩे का निर्णय लिया है। इसके तहत खराब स्थिति में पहुंचे अपने शहर को कर्नाटक के शहर दावणगेरे से जोड़ा गया है। दावणगेरे यहां बरेली में स्मार्ट सिटी की प्रगति के लिए मार्गदर्शन करेगा। दोनों शहरों के अधिकारियों के बीच सहमति पत्र पर हस्ताक्षर होने के बाद ये शहर आपस में स्मार्ट सिटी के अनुभव साझा करेंगे। दावणगेरे अपने यहां लागू तकनीकों के बारे में यहां के अधिकारियों को बताएगा।
सौ दिन का रखा गया चैलेंज
स्मार्ट सिटी की रैैंकिंग में लगातार पीछे जा रहे शहरों के सहयोग के लिए शीर्ष शहरों को लगाए जाने के साथ ही सुधार के लिए सौ दिन का समय रखा गया है। इसे हंड्रेड डेज चैलेंज नाम दिया है। इसके तहत सौ दिन में शीर्ष स्थान वाले शहर के अधिकारी अपने यहां शहर को स्मार्ट बनाने के लिए किए गए कामों और तरीके को साझा करेंगे। सौ दिन बाद सभी शहर की स्थिति परखी जाएगी।
वीडियो कांफ्रेंसिंग व भ्रमण होगा
बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के महाप्रबंधक संजय चौहान के अनुसार दावणगेरे की टीम के साथ यहां बरेली स्मार्ट सिटी के पदाधिकारियों की सौ दिन के समय मेें तीन वीडियो कांफ्रेंसिंग होगी, जिसमें शहर में स्मार्ट सिटी योजना के तहत अब तक हुए कार्यों पर चर्चा, उनकी तकनीक के बारे में जानकारी, साथ ही सुझावों का भी आदान-प्रदान होगा। इसके साथ ही दोनों शहरों से टीम भ्रमण भी करेगी। शहर की आबादी, संसाधन, वहां की जरूरतें समेत अन्य बिंदुओं को चिह्नित कर उस पर कराए जाने वाले कामों को आसान बनाने का तरीका सुझाएगी।
दो साल में सिर्फ एक काम
स्मार्ट सिटी योजना के चौथे राउंड में जनवरी 2018 को अपना शहर स्मार्ट सिटी योजना के तहत चुना गया। दो साल होने के बावजूद अब तक योजना के तहत सिर्फ पार्कों में ओपन जिम का एकमात्र कार्य ही धरातल पर आ सका है। करीब 264 करोड़ रुपये के कामों के टेंडर हो चुके हैैं। योजना में काफी पीछे चलने के कारण बीते दिनों मुख्य सचिव यहां मंडलायुक्त से स्पष्टीकरण भी मांग चुके हैैं।
कर्नाटक के शहर दावणगेरे को बरेली का बहन शहर बनाया गया है। दोनों शहरों के बीच जल्द सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। फिर दावणगेरे यहां स्मार्ट सिटी के कामों को बेहतर बनाने में सहयोग करेगा।
अभिषेक आनंद, नगर आयुक्त