Mission Shakti Abhiyan : कोतवाली का निरीक्षण कर बोली नोडल अधिकारी, सिर्फ केस नहीं दर्ज करने, सजा भी दिलानी है
बरेली पहुंची मिशन शक्ति अभियान की नोडल अधिकारी व आईसीडीएस डायरेक्टर डॉक्टर सारिका मोहन ने कोतवाली पहुंचकर निरीक्षण शुरू कर दिया है। उन्होंने पहले पुलिस अधिकारियों से वार्ता की। इसके बाद कोतवाली में रखें दस्तावेजों को भी चेक किया।
बरेली, जेएनएन। छेड़छाड़, दुष्कर्म और दहेज उत्पीड़न में त्वरित कार्रवाई के साथ चार्जशीट जल्दी लगाकर आरोपियों को सख्त कार्रवाई का संदेश दिया जाए। केस सिर्फ दर्ज ही नहीं करना है। बल्कि अपराधियों को सजा भी दिलानी है। महिला डेस्क थानों में पीड़िताओं की मदद के लिए सदैव सक्रिय होनी चाहिए। कोतवाली में अपराध रजिस्टर का मुआयना करते हुए इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमेंट सर्विस की डायरेक्टर और मिशन शक्ति अभियान की नोडल अधिकारी डॉ. सरिता मोहन ने निर्देश दिए।
यहां निरीक्षण करने के बाद वह बिथरीचैनपुर के मुड़िया अहमदनगर में प्राथमिक विद्यालय निरीक्षण के लिए पहुंची। आंगनबाड़ी केंद्र पर एक बच्चे का अन्नप्रशान कार्यक्रम में भी वह शामिल हुई। यहां बनी लाइब्रेरी देखकर उन्होंने संतोष जाहिर किया। उन्होंने महिलाओं से पूछा आपको मिशन शक्ति के विषय में जानकारी है। दो तरफा संवाद में महिलाओं ने अभियान के बारे में बताया।
इसके बाद वह वन स्टॉप सेंटर पहुंची। स्टाफ से पूछा कि आवेदन, छानबीन और कार्रवाई करने में कितना समय लेते हैं। कंप्यूटर ऑपरेट सखी से बोर्ड पर अपडेशन के कामकाज को भी परखा। वन स्टॉप सेंटर के केस रजिस्टर में दर्ज मामलों में कितनी महिलाओं को मदद पहुंचाई गई। इसकी समीक्षा की। सेंटर मैनेजर सौम्या वर्मा ने उन्हें पूरी जानकारी मुहैया करवाई। उन्होंने कहा कि अापको महिलाओं की सहायता के लिए ही तैनात किया गया है। इसमें कोई कमी नहीं होनी चाहिए।