गाड़ी और सरकारी पिस्टल सहित गायब हुई क्राइम ब्रांच, सीओ कर रहे जांच
रिश्वत लेने के मामले में क्राइम ब्रांच के दो दारोगा और आठ सिपाहियों पर दर्ज किए गए मुकदमे की विवेचना एसएसपी ने सीओ प्रथम को दी है। गुरुवार को एसएसपी ने सीओ प्रथम को यह पता करने के निर्देश दिए है।
बरेली, जेएनएन। रिश्वत लेने के मामले में क्राइम ब्रांच के दो दारोगा और आठ सिपाहियों पर दर्ज किए गए मुकदमे की विवेचना एसएसपी ने सीओ प्रथम को दी है। गुरुवार को एसएसपी ने सीओ प्रथम को यह पता करने के निर्देश दिए है कि क्राइम ब्रांच जो रुपये का बटवारा कर रही है वह रुपये कहां से वसूले गए थे। इसके साथ क्राइम ब्रांच की टीम के सदस्य कहा है इसका पता लगाने के लिए भी कहा गया है। हालांकि गिरफ्तारी के डर से क्राइम ब्रांच का कोई भी पुलिसकर्मी पिस्टल जमा करने नहीं आया। इसकी के साथ ही क्राइम ब्रांच के वाहन चालक ने सरकारी गाड़ी भी अभी तक जमा नहीं कि है।
चार दिन पहले वायरल वीडियो में क्राइम ब्रांच की टीम ऑफिस के अंदर ही घूस के रुपयों का बटवारा करते दिख रही। वीडियो में उनकी आपस की बातचीत भी कैद हो गई है। जिसके बाद एसएसपी ने एसपी क्राइम को जांच के निर्देश दिए थे। बुधवार सुबह एसपी ने अपनी रिपोर्ट एसएसपी को सौपी जिसके बाद एसएसपी ने दारोगा अब्बास हैदर, दारोगा गिरीशचंद्र जोशी, सिपाही रवि प्रताप, पुष्पेंद्र कुमार, विकास कुमार, वीरेन्द्र कुमार,रविशंकर, चालक जितेंद्र राणा, पुष्पेंद्र कुमार, हेड कांस्टेबल तैय्यब अली के खिलाफ कोतवाली में इंस्पेक्टर गीतेश कपिल की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। हालांकि मामले की जांच सीओ प्रथम दिलीप सिंह करेंगे।
गिरफ्तारी से बचने के लिए निलंबित पुलिसकर्मी गायब
बरेली। घूस के रुपये बांटने का वीडियो तीन दिन पहले वायरल होने के बाद निलंबित किए गए क्राइम ब्रांच के दो दारोगा व आठ सिपाहियों की लोकेशन नहीं मिल रही । उनके फोन बंद हैं । एसपी क्राइम का कहना है कि बुधवार दोपहर को निलंबन , मुकदमा दर्ज होने के बाद से ये पुलिसकर्मी दफ्तर में नहीं आए । उनके पास दो सरकारी गाडियां व दस पिस्टल हैं। जिन्हें जमाया कराया जाना है । दूसरी ओर कहा जा रहा है कि आरोपित कोर्ट से अग्रिम जमानत लेने के प्रयास में हैं। सरकारी गाड़ी व पिस्टल किसी के जरिये गुरुवार को जमा कराई जा सकती है ।