घर जाने की जिद पर अड़े किशोर ऐसा किया कारनामा कि हैरान रह गया अनाथालय प्रशासन Bareilly News
संवासिनी और वार्डन ने किसी तरह से बच्चे को बचा लिया था। जिसके बाद अनाथालय प्रशासन ने मामले की शिकायत डीपीओ व चाइल्डलाइन प्रभारी से की है।
जेएनएन, बरेली : अनाथालय में रहने वाले एक किशोर ने लगभग सप्ताह भर पहले फांसी लगाकर जान देने का प्रयास किया था। अनाथालय प्रशासन में हड़कंप मच गया। संवासिनी और वार्डन ने किसी तरह से बच्चे को बचा लिया था। जिसके बाद अनाथालय प्रशासन ने मामले की शिकायत डीपीओ व चाइल्डलाइन प्रभारी से की है। इसके साथ ही बच्चे को घर भिजवाने की बात भी कही है।
शैतानी से परेशान है अनाथालय प्रशासन
डीपीओ को पत्र लिखकर बताया कि तीन बच्चे चाइल्ड लाइन की ओर से भेजे गए हैं। जो बहुत शैतान हैं, झगड़ालू किस्म के भी है। एक बच्चा बिहार का है, जबकि दूसरा प्रयागराज का व तीसरा बच्चा स्थानीय है। इनमें से प्रयागराज निवासी 12 वर्षीय बच्चा घर जाने की कई दिनों से जिद कर रहा है।
चादर से फांसी लगाने का किया था प्रयास
चाइल्ड लाइन कोर्डिनेटर रमनजीत को कई बार अवगत कराया। इसके बाद भी बच्चे को घर नहीं भेजा जा रहा है। एक सप्ताह पहले यानि आठ नवंबर को बच्चे ने चादर को पंखे में डाल फंदा बनाकर खुदकशी करने का प्रयास किया। वह घर का पता भी सही बता रहा है। घर न भेजे जाने पर वह मानसिक तौर पर काफी परेशान है। मोबाइल दिए जाने पर उसने उसे भी तोड़ दिया।
जवाब तलब कर बच्चे की कराई काउंसिलिंग
डीपीओ नीता अहिरवार ने बताया कि चाइल्ड लाइन से जवाब तलब किया गया है। आज बच्चे को उसके घर भेजा जाएगा। अन्य दोनों बच्चों को भी घर भेजने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है। अनाथालय में बच्चों की काउंसिलिंग करने के लिए काउंसलर संरक्षण अधिकारी और चाइल्ड लाइन के लोगों को भी भेजा गया था।