बरेली में कृषि राज्यमंत्री बोले, केमिकल युक्त खेती से हो रहा नुकसान, जैविक खेती पर जोर दें किसान
बायोवेल आर्गेनिक संस्थान की ओर से रविवार को आइएमए आडिटोरियम में जैविक खेती विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। शाम करीब चार बजे पहुंचे राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने जैविक खेती से फायदा व सरकार की योजनाओं की जानकारी दी।
बरेली, जेएनएन। केमिकल युक्त खेती लोगों की सेहत को जबरदस्त नुकसान पहुंचा रही है। समय को देखते हुए जितनी जल्दी जैविक खेती को अपना लिया जाएगा उतना ही बेहतर होगा। केंद्र व प्रदेश सरकार जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए हर स्तर पर लोगों को प्रोत्साहित कर रही है। कम लागत में अधिक उपज व पौष्टिकता से भरपूर होती जैविक खेती लोगों के सेहत का खजाना होता है। यह बातें रविवार को आइएमए आडिटोरियम में एक संगोष्ठी के दौरान प्रदेश के कृषि राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने कही।
बायोवेल आर्गेनिक संस्थान की ओर से रविवार को आइएमए आडिटोरियम में जैविक खेती विषय पर एक संगोष्ठी आयोजित की गई। शाम करीब चार बजे पहुंचे राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने जैविक खेती से फायदा व सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में केमिकल युक्त खेती से बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। मिट्टी की उर्वरा क्षमता भी प्रभावित होती है। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार जैविक खेती को बढ़ावा दे रही है।
सरकार किसानों की आमदनी भी दोगुनी करने के लिए लगातार प्रयासरत है। इससे पहले पूर्व विधायक राजेश मिश्र उर्फ पप्पू भरतौल व उप्र. व्यापार कल्याण बोर्ड के सदस्य पवन अरोरा ने भी जैविक खेती को अपनाने पर बल दिया। कहा कि केमिकल खेती मंहगा होने के साथ नुकसानदेह भी है। जैविक खेती मिट्टी की उर्वरता बरकरार रखता है। जिला कृषि अधिकारी धीरेंद्र सिंह चाैधरी, बायोवेल आर्गेनिक संस्था के चेयरमैन डीके शर्मा, कृषि विशेषज्ञ रजनीश सिंह तोमर समेत तमाम लोग मौजूद रहे।