विक्षिप्त ने ईट से कूंचकर मंदिर के बाबा को मार डाला
मंडल के शाहजहांपुर जिले में शमशान से सटे कालामठ मंदिर परिसर में बाबा की एक विक्षिप्त ने हत्या कर दी।
बरेली। मंडल के शाहजहांपुर जिले में शमशान से सटे कालामठ मंदिर परिसर में बाबा की एक विक्षिप्त ने ईंट से सिर कूंचकर हत्या कर दी। घटना के बाद वह फरार हो गया। बाद में वह खुद थाने पहुंच गया और हत्या करने की बात कबूल की। पुलिस ने उसको हिरासत में लिया है। पुलिस की टीम उससे पूछताछ में जुटी है।
पुवायां के मुहल्ला छावनी निवासी 80 वर्षीय बाबूराम कश्यप पास में ही बने शमशान की देखभाल करते थे। इससे सटे कालामठ मंदिर परिसर में रहते थे। गुरुवार की रात दस बजे मंदिर में आरती हुई। आरती के बाद लोग अपने-अपने घर चले गये। बाबूराम रोज की तरह मंदिर परिसर में फर्श पर अपना बिस्तर लगाकर सो गये। शुक्रवार की सुबह जब आसपास के लोग मंदिर पहुंचे तो देखा कि बरामदे में बाबूराम का शव लहूलुहान अवस्था में पड़ा हुआ था। सूचना पर मृतक के परिजन और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। मामले की गंभीरता को देखते हुये फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वॉड को भी मौके पर बुला लिया गया। मामले की काफी देर तक छानबीन की गई, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा। ¨फगर टीम एक्सपर्ट ने घटनास्थल के नमूने लिये। बाबा के बेटे विमलेश ने पुलिस को अज्ञात विक्षिप्त के खिलाफ तहरीर दी। बाबा अपने पीछे तीन बेटे विमलेश, कमलेश और सर्वेश समेत भरापूरा परिवार छोड़ गया। चादर को लेकर हुई लड़ाई में बाबा पर किया हमला
दोपहर में अचानक विक्षिप्त व्यक्ति थाने पहुंच गया और रात में हुई घटना के बारे में बताने लगा। पुलिस टीम ने उसको तुरंत हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसका नाम नन्हकाई है और वह खुटार के गांव लक्ष्मीपुर का रहने वाला है। उसने बताया कि उसके पास चादर थी। चादर देने से इन्कार करने पर बाबा ने उस पर डंडा चला दिया। इस पर उसने पास में पड़ी ईंट उठाकर बाबा पर ताबड़तोड़ प्रहार कर दिये। इससे बाबा की मौत हो गई। क्या कहते हैं पुलिस अधिकारी
विक्षिप्त नन्हकाई ने जुर्म का इकबाल कर लिया है। उसके बारे में पूरी जांच पड़ताल कर ली गई है। वह खुटार क्षेत्र के गांव लक्ष्मीपुर का रहने वाला है। उसको हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
- सुधाकर पांडेय, थाना प्रभारी