Medical Education: व्यापारी को कैसे थमाया 35 लाख में MBBS का Admit card...पढिए पूरी रिपोर्ट Bareilly News
बेटे का एमबीबीएस में एडमिशन कराने के नाम पर सराफा व्यापारी से नई दिल्ली के एक व्यक्ति ने 40 लाख की ठगी कर ली। जब एडमिट कार्ड लेकर पुणे स्थित कॉलेज पहुंचे तब उन्हें पता चला कि...
जेएनएन, बरेली : बेटे का एमबीबीएस में एडमिशन कराने के नाम पर सराफा व्यापारी से नई दिल्ली के एक व्यक्ति ने 40 लाख की ठगी कर ली। जब एडमिट कार्ड लेकर पुणे स्थित कॉलेज पहुंचे, तब उन्हें अपने साथ हुई ठगी का पता चला। एसएसपी के आदेश पर फरीदपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है।
Advertisement देख कर दिल्ली पहुंचा था व्यापारी
फरीदपुर के मुहल्ला बक्सरिया निवासी सराफा व्यापारी सतीश चंद्र वर्मा ने पुलिस को तहरीर देते हुए बताया कि उनके पुत्र दीपक वर्मा ने 2015 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। वह बेटे दीपक वर्मा को एमबीबीएस कराना चाहते थे, लेकिन एंट्रेस एग्जाम से एडमिशन नहीं मिल पा रहा था। उन्होंने जून 2018 में एमबीबीएस कराने का विज्ञापन देखा और 14 जून 2018 को परिवार के साथ दक्ष एकेडमी, हरी नगर जेल रोड बस डिपो के पास, नई दिल्ली पहुंचे। वहां कार्यालय में एलपी शर्मा मिले, जिन्होंने खुद को लक्ष्य एकेडमी का प्रिंसिपल बताया।
Principle बोला, MBBS दाखिले मे खर्च होंगे 40 लाख
एलपी शर्मा ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनके बेटे का एमबीबीएस प्रथम वर्ष में दाखिला अवश्य करा देंगे। एडमिशन प्रक्रिया में 40 लाख रुपया खर्च होगा। एलपी शर्मा 17 जून 2018 को दो अन्य लोगों के साथ व्यापारी के घर आए और बताया कि उनके बेटे दीपक का एडमिशन एमबीबीएस प्रथम वर्ष में भारतीय विद्यापीठ, पुणे, महाराष्ट्र में हो जाएगा। एडमिशन के लिए जरूरी कागजात और पांच लाख रुपये लेकर चले गए।
घर आकर 35 लाख में थमाया MBBS का Admit Card
27 अगस्त 2018 को एलपी शर्मा ने उन्हें दिल्ली बुलाकर कहा कि उनके बेटे का एडमिशन लगभग पूरा हो गया है। बस 35 लाख रुपये का इंतजाम कर लें। 30 अगस्त 2018 को एलपी शर्मा फरीदपुर आए। 35 लाख रुपये ले गए और एक एडमिट कार्ड दे गए। जब उनका बेटा दीपक अक्टूबर 2018 में पुणे पहुंचा और एडमिशन के बारे में पता किया तब ठगी की जानकारी हुई। उन्होंने एलपी शर्मा से इसकी शिकायत की तो एडमिट कार्ड फाड़ कर फेंकते हुए रुपये वापस देने की बात कही। मगर कई बार संपर्क किया, रकम वापस नहीं की। आरोप है, बाद में वह धमकी देने लगे।