जरी-जरीदोजी उत्पादों की ब्रांडिंग करेंगे एमबीए इंटर्न
जरी-जरीदोजी के उत्पाद यूं तो देश-विदेश में अपनी पहचान बना चुके हैं। जिले से देश के अलग अलग हिस्सों और विदेशों तक यहां बने उत्पाद पहुंचते हैं। यह कार्य स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी बड़ी संख्या में करती हैं। इनके उत्पादों की ब्राडिंग अब एमबीए के इंटर्न छात्र करेंगे।
बरेली, जेएनएन। जरी-जरीदोजी के उत्पाद यूं तो देश-विदेश में अपनी पहचान बना चुके हैं। जिले से देश के अलग अलग हिस्सों और विदेशों तक यहां बने उत्पाद पहुंचते हैं। यह कार्य स्वयं सहायता समूह की महिलाएं भी बड़ी संख्या में करती हैं। इनके उत्पादों की ब्राडिंग अब एमबीए के इंटर्न छात्र करेंगे। मुख्य विकास अधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने जिले के प्राइवेट कॉलेजों से संपर्क कर इसकी पहल की थी। इस पर अब मुहर लग गई है। इंटर्नशिप कर रहे छात्रों की एक टीम ने प्रोजेक्ट तैयार कर सीडीओ को सौंपा है।
मुख्य विकास अधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने बताया कि जिले में कई ऐसे प्राइवेट कॉलेज हैं। जो एमबीए में स्नातक और परास्नातक कराते हैं। कोर्स का एक हिस्सा इंटर्नशिप भी है। इसके लिए छात्रों को प्राइवेट कंपनियों और संस्थानों के चक्कर लगाते हैं। इन छात्रों की सुविधा के लिए जिला प्रशासन उन्हें इंटर्नशिप का प्रमाण पत्र देगा। इसके लिए उन्हें स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की ओर से तैयार किए जा रहे उत्पादों की ब्राडिंग करनी होगी। सीडीओ ने बताया कि अभी दो कॉलेजों के छात्रों की टीम आई हैं। उन्होंने जरी-जरीदोजी के उत्पादों की ब्राडिंग करने का जिम्मा लिया है। इसके लिए उन्होंने अपना प्रोजेक्ट तैयार कर दिखाया है। यह दोनों टीमें अब इस प्रोजेक्ट को अमलीजामा पहनाएंगी। जरी-जरीदोजी के इन प्रोजेक्ट को पायलट प्रोजेक्ट की तरह लिया जा रहा है। इनकी सफलता को देखते हुए समूह की महिलाओं के अन्य उत्पादों की ब्रांडिंग एमबीए के इंटर्न छात्रों से ही कराई जाएगी।