बरेली में नकाबपोश बदमाशों ने सिर पर तमंचा तान डाला डाका, लाखों के जेवरात सहित नगदी लूट कर हुए फरार
Robbery in Faridpur सिर पर तमंचा लगाकर नकाबपोश बदमाशों ने फरीदपुर के सरकडा गांव में इलेक्ट्रीशियन के घर डाका डाला। करीब दो घंटे तक डकैत पूरे परिवार को गन प्वाइंट पर लिए रहे। घर में रखे सारे जेवरात समेत 20 हजार रुपये की नगदी लूट ली।
बरेली, जेएनएन। Faridpur Robbery Case : सिर पर तमंचा लगाकर नकाबपोश बदमाशों ने फरीदपुर के सरकडा गांव में इलेक्ट्रीशियन के घर डाका डाला। करीब दो घंटे तक डकैत पूरे परिवार को गन प्वाइंट पर लिए रहे। घर में रखे सारे जेवरात समेत 20 हजार रुपये की नगदी लूट ली। बावजूद एक बार फिर पुलिस ने डकैती की वारदात को चोरी में दर्ज की। पीड़ित का आरोप है कि सवाल खड़े किये तो पुलिस ने चोरी में रिपोर्ट लिखाने के फायदे गिनाए। कहा कि डकैती जल्दी खुलती नहीं है। यह पहला वाक्या नहीं है जब डकैती की घटना को चोरी में दर्ज किया गया हो, पहले भी ऐसे ही मामले सामने आ चुके हैं।
फरीदपुर के सरकडा गांव निवासी इलेक्ट्रीशियन अरविंद वर्मा के पिता के पिता रमेश बाबू की 28 नवंबर को मृत्यु हो गई थी। शुक्रवार रात अरविंद अपने मामा नत्थूलाल के साथ घर के बाहर बरामदे में सोए हुए थे। रात करीब 12 बजे ढाठा बांधे करीब नौ बदमाश उनके घर पहुंचे। अरविंद व उनके मामा उठाते ही तमंचा तान लिया। नाम पूछा। बोले-गलत जगह आ गए। फिर कहा कोई नहीं अब आ ही गए तो काम कर ही लें। अरविंद व नत्थूलाल को शोर न मचाने की बात कही। कहा कि जैसा-जैसा कह रहे हैं, करो।
बिल्कुल भी चालाकी नहीं चलेगी। दोनों के हाथ बांधकर तमंचा तानते हुए घर का दरवाजा खुलवाया। घर में घुसते ही बदमाशों ने अरविंद की पत्नी, बहन, मां व मौजूद चार छोटे-छोटे बच्चों पर तमंचा तान दिया। महिलाओं के जेवर उतरवा लिए, सभी सहम गए। चार बदमाश अरविंद की बहन, मां, पत्नी व बच्चों पर तमंचा ताने रहे। इधर, अन्य बदमाशों ने अरविंद व उसके मामा से घर में रखी संदूक व अलमारी खुलवाई। रखे जेवर और नकदी निकाल ली। करीब दो घंटे तक बदमाशों का घर में तांडव रहा।
डकैती के बाद महिलाओं से अभद्रता पर आमादा हो गए बदमाश
अरविंद ने आरोप लगाया कि बदमाश डकैती के बाद घर की महिलाओं से अभद्रता पर आमादा हो गए। इस पर अरविंद व उनके मामा नत्थूलाल ने शोर मचा दिया। आस-पास खटपट की आवाज आने पर डकैत भाग खड़े हुए। बदमाशों के हाथ में तमंचा हाेने व अरविंद व नत्थूलाल ने खुद के हाथ बंधे होने के चलते बदमशों का पीछा नहीं कर सके। पूरा परिवार डरा-सहमा रहा। अरविंद ने डायल 112 पुलिस को सूचना दी। तब जाकर पुलिस पहुंची।