जन्माष्टमी : मथुरा की पोशाक और मोर मुकुट से बाजार गुलजार Bareilly News
मुथरा-वृंदावन की पोशाक मोर मुकुट कुंदन के फूलों से सजे झूले सुंदर बांसुरी श्रृंगार के सामान से पूरा बाजार गुलजार है। लड्डू गोपाल की मूर्तियां बाजार में चार चांद लगा रही हैं।
बरेली [शशांक अग्रवाल] : श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को लेकर बाजारों में रौनक बढ़ गई है। मुथरा-वृंदावन की पोशाक, मोर मुकुट, कुंदन के फूलों से सजे झूले, सुंदर बांसुरी, श्रृंगार के सामान से पूरा बाजार गुलजार है। लड्डू गोपाल की मूर्तियां बाजार में चार चांद लगा रही हैं। वहीं, कुछ लोग कान्हा के लिए ड्रेस डिजाइनर्स से ऑर्डर देकर पोशाकें तैयार करा रहे हैं। इसमें हाथ से तैयार की गई जरी की पोशाकें के ऑर्डर दिए जा रहे हैं।
आउटफिट तक पहुंचे कान्हा
त्योहार मनाने का युवाओं का अलग ही अंदाज होता है। इस बार आउटफिट पर कान्हा छाए हुए हैं। कान्हा की प्रिंट वाली टीशर्ट पसंद की जा रही हैं। टीशर्ट पर लाइट और डार्क रंगों से कान्हा की तस्वीर को उकेरा गया है। फैशन-लवर्स के बीच टीशर्ट की डिमांड बन चुकी है।
चांदी और लड़की के हिंडोले
बाजार में कई तरह के हिंडोले उपलब्ध हैं। इनकी कीमत 150 से 1500 रुपये तक है। चांदी की पॉलिश वाले छह इंच से दो फुट ऊंचे हिंडोले खरीदारों को खूब लुभा रहे हैं। कुंदन के फूलों और मोरपंख से सजे झूलों की खरीदारी की जा रही है।
पंचधातु और अष्टधातु की मूर्ति
बाजार में पंचधातु, अष्टधातु और पीतल के लड्डूगोपाल की मूर्तियों की मांग हो रही हैं। जीरो नंबर से लेकर 10 नंबर के बड़े आकार के ठाकुर जी हैं। पीतल की मूर्ति की कीमत 180 रुपये से लेकर हजारों तक है।
पोशाक में पटका, फूलों के वस्त्र, कुंदन, जरी और गोटापत्ती से सजी पोशाकें हैं। सभी पोशाक आपको हर रंग और छोटे बड़े हर साइज में बाजार में मिल जाएंगी। - श्रीनाथ अग्रवाल
कान्हा के लिए वर्थडे कैप, पगड़ी, बुंदेली साफा भी बिक रहे हैं। राधारानी के लिए मोतियों का विदेशी मुकुट भी आया है। कान्हा की प्रिंटेड टीशर्ट भी डिमांड में है। - राजू
इन दामों में बाजार में मौजूद सामान
- कान्हा की पोशाक - 10 से 3500 रुपये तक
- मालाएं - 10 से 500 रुपये तक
- पगड़ी - 20 से 400 रुपये तक
- बांसुरी - 15 से 70 रुपये तक
- लड्डू गोपाल की प्रतिमा - 200 से 4000 रुपये तक
- झूले - 100 से 3000 रुपये तक
- सिंहासन (लकड़ी) - 20 से 500 रुपये तक
- सिंहासन (पीतल) - 180 से 1000 रुपये तक