Make Small Strong : दो करोड़ की डीलरशिप से खड़ा किया दो सौ करोड़ का कारोबार
जिस काम को करो तो पूरी सिद्दत से करो वरना मत करो। इस वाक्य को अपनी सफलता का श्रेय देने वाले अजय कुमार अग्रवाल ने शुरुआत में अपने व्यापार में दो करोड़ रुपये लगाए थे।कोरल मोटर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय कुमार अग्रवाल बताते हैं।
बरेली, जेएनएन। जिस काम को करो तो पूरी सिद्दत से करो वरना मत करो। इस वाक्य को अपनी सफलता का श्रेय देने वाले अजय कुमार अग्रवाल ने शुरुआत में अपने व्यापार में दो करोड़ रुपये लगाए थे। अपनी मेहनत और अपनी बेहतरीन सर्विस से उपभोक्ताओं के दिल में उन्होंने ऐसा विश्वास पैदा किया कि आज उन्होंने दो सौ करोड़ का कारोबार खड़ा कर दिया।
कोरल मोटर्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अजय कुमार अग्रवाल बताते हैं कि शुरुआत से ही वह बिजनेस माइंडेड थे। हालांकि उन्होंने रुड़की से इंजीनियरिंग की डिग्री ली है। उस समय इसका दूसरा नाम था। शहर में मारुति का एक शो रुम था लेकिन जिसके पास डीलरशिप थी वह सही से संचालन नहीं कर पा रहा था। 1998 में मारुति ने शहर में एक बेहतरीन शो रूम खोलने के लिए डीलरशिप देने का विज्ञापन निकाला तो उन्होंने भी अप्लाई किया।
यह डीलरशिप उन्हें मिल गई और उन्होंने अपना पहला शो रुम 1999 में खोला। इसके बाद उन्होंने अथक मेहनत की। उपभोक्ताओं की संतुष्टि उनके लिए सर्वोपरि थी। यही वजह थी कि धीरे धीरे लोगों में विश्वास जमता गया और वह सफलता की सीढियां चढ़ते गए। इसके बाद उन्होंने 2012 में पीलीभीत में दूसरा शोरूम खोला। इसके बाद 2013 में उन्होंने बदायूं में तीसरा शोरुम खोला।
फिर उन्हें लगा कि बिजनेस को और रफ्तार देनी चाहिए क्योंकि बेहतरीन सर्विस के चलते उपभोक्ता बड़ी तेजी से जुड़ रहे थे। ऐसे में उन्होंने 2019 में पूरनपुर में एक शोरूम खोला जबकि बरेली शहर में ही दूसरा शोरुम उन्होंने मिनीबाईपास पर खोला। वह बताते है कि यह उपभोक्ताओं का विश्वास और प्यार ही थी कि आज दो करोड़ से व्यापार बढ़कर दो सौ करोड़ का हो गया है। वर्तमान में पांच शोरूम और छह वर्कशॉप है। करीब तीन सौ कर्मचारी इन शोरुम और वर्कशॉप में काम कर रहे हैं।