शासन के रडार पर होंगे कालाबाजारी करने वाले खाद्यान्न माफिया, लखनऊ करेगा निगरानी
राशन की दुकानों पर वितरित होने वाला अनाज की डायरेक्ट सिंगल स्टेप डिलीवरी की व्यवस्था जिले में शुरू हो चुकी है। इस व्यवस्था को पारदर्शिता रखने के लिए पूर्ति विभाग एफसीआइ गोदम से दुकानों तक अनाज पहुंचाने वाली गाड़ियों को हाइटेक करेगा।
बदायूं, जेएनएन। राशन की दुकानों पर वितरित होने वाला अनाज की डायरेक्ट सिंगल स्टेप डिलीवरी की व्यवस्था जिले में शुरू हो चुकी है। इस व्यवस्था को पारदर्शिता रखने के लिए पूर्ति विभाग एफसीआइ गोदम से दुकानों तक अनाज पहुंचाने वाली गाड़ियों को हाइटेक करेगा। इसके लिए गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगाया है। जिसकी मॉनीटिरिंग लखनऊ कार्यालय से की जाएगी।
शासन ने कालाबाजारी और कम समय व कम लगत ढुलाई में कोटेदारों के पास अनाज पहुंचाने के लिए डायरेक्ट सिंगल स्टेप डिलीवरी की व्यवस्था की है। जिले में पहले चरण में इसे पायलट योजना के तौर पर जगत ब्लॉक में लागू किया गया है। सफल होने के बाद इस योजना को अन्य ब्लॉकों में लागू किया जाएगा। इस व्यवस्था के तहत अब खाद्यान गोदाम से उठकर सीधे कोटेदार की दुकान पर पहुंचेगा। इससे लीकेज तो कम होगा ही साथ ही लागत ढुलाई की भी बचत होगी। इसके अलावा गोदाम से अधिकृत अनाज पहुंचाने वाली गाड़ियों को जीपीएस सिस्टम से लैस किया जाएगा।
खाद्य आयुक्त निदेशालय लखनऊ में स्थापित कंट्रोल रूम से इसकी निगरानी की जाएगी। जिसमें जगत ब्लॉक के गांव किसरूआ स्थिति एससीआइ गोदाम से अनाज उठने और कोटेदारों की दुकान तक गाड़ी पहुंचने की दूरी की लखनऊ कार्यालय से ही मॉनिटिरिंग की जाएगी। एप से जनरेट होगी ओटीपीअनाज ले जाने वाली गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगने के साथ ही कोटेदार के मोबाइल में फूड ग्रेन रिसिव एप डाउनलोड करवाया जाएगा। इससे कोटेदार को अनाज के गोदाम से उठान और गाड़ी आने का पता तो चलेगा ही साथ ही गोदाम और दुकान तक की दूरी का सही समय का पता चल सकेगा। गोदाम से जब गाड़ी में अनाज लोड होगा तो कोटेदार के मोबाइल में ओटीपी पहुंचेगा। इसी ओटीपी को दुकान पर अनाज उतरने के बाद कोटेदार रिवर्ट करेगा।
पहले चरण में ब्लॉक समरेर में डायरेक्ट सिंगल स्टेप डिलीवरी का शुभारंभ कर दिया गया है। गोदाम से दुकानों तक अनाज पहुंचाने वाले वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाए जा रहे हैं। - रामेंद्र प्रताप सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी