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Lucknow Suicide Case Update: घटना सुन मकान मालिक के उडे़ होश, दस माह से नाम बदलकर रह रहा था प्रेमी युगल

लखनऊ के कृष्णा नगर थाना पुलिस की हिरासत में जहर खाकर जान देने वाले प्रेमी युगल दस माह तक बरेली के सुभाष नगर में रहे थे। सोमवार देर रात लखनऊ पुलिस ने यहीं से दोनों को हिरासत में लिया था।

By Ravi MishraEdited By: Published: Mon, 21 Sep 2020 07:16 PM (IST)Updated: Mon, 21 Sep 2020 07:16 PM (IST)
Lucknow Suicide Case Update: घटना सुन मकान मालिक के उडे़ होश, दस माह से नाम बदलकर रह रहा था प्रेमी युगल
लखनऊ में प्रेमी युगल आत्महत्या मामले में प्रतीकात्मक फाइल फोटो

बरेली, जेएनएन। लखनऊ के कृष्णा नगर थाना पुलिस की हिरासत में जहर खाकर जान देने वाले प्रेमी युगल दस माह तक बरेली के सुभाष नगर में रहे थे। सोमवार देर रात लखनऊ पुलिस ने यहीं से दोनों को हिरासत में लिया था। मंगलवार को जब उनकी मौत की जानकारी मकान मालिक को हुई तो सभी सन्न रह गए। किसी को नहीं पता था कि वह दोनो लखनऊ से भाग कर आए थे। मुहल्ले में इसकी जानकारी लगने के बाद मकान मालिक के घर भीड़ लग गई। लखनऊ के थाना कृष्णा नगर में 14 अगस्त को कोर्ट के आदेश पर एक महिला की ओर से बेटी पारुल को उसकी ससुराल से भगा ले जाने का मुकदमा दर्ज कराया गया था।

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इसमें कृष्णा नगर निवासी विकास को आरोपित बनाया गया था। इस मामले की जांच करते हुए सोमवार रात कृष्णा नगर थाने के दारोगा भरत कुमार और दो सिपाही बरेली के थाना सुभाष नगर पहुंचे थे। उन्होंने पुलिस को मामला बताते हुए सहयोग करने को कहा। इस पर देर रात लखनऊ पुलिस के साथ सुभाष नगर पुलिस ने पाल कालोनी निवासी बनवारीलाल के घर पहुंची। यहां अंदर तलाशी लेने पर छत पर बने कमरे में विकास और महिला दोनों बरामद हो गए। इसके बाद लखनऊ पुलिस उन्हें अपने साथ ले गए। जहां रास्ते में उनकी हालत बिगड़ी और लखनऊ अस्पताल पहुंचने से पहले उनकी मौत हो गई।

मकान मालिक बनवारी लाल ने बताया कि वह दोनों उनके मकान में तीन महीने पहले ही रहने आए थे। बताया कि विकास सुभाष नगर स्थित बाजपेई स्वीट हाउस पर काम करता था। इसके चलते ही उसे कमरा आसानी से दे दिया। बताया कि उन्हें नहीं पता था कि वह दोनों भाग कर यहां रह रहे हैं। बताया कि मंगलवार को जब पुलिस व अन्य लोगों का पहुंचना शुरू हुआ तब पता चला कि उन दोनों ने पुलिस हिरासत में जहर खा लिया। आशंका जताई जा रही है कि वह दोनों जहर खाने के बाद ही गाड़ी में बैठे थे।

नाम बदल कर रही रही थी महिला लखनऊ से आने के बाद विकास तो अपने नाम के साथ ही रह रहा थ। जबकि पारुल ने अपना नाम कोमल बताया था। वह जिस घर पर रह रही थी उसे वहां सभी कोमल नाम से ही जानते थे। मुहल्ले में वह किसी से ज्यादा बातचीत तो नहीं करते थे। लेकिन उनकी मौत की जानकारी जिसे मिली वह सन्न रह गया।आज विकास नहीं आया, बताया भी नहीं मंगलवार को विकास और पारुल की मौत की जानकारी मिली। इसके बाद बरेली से उसकी लिंक तलाशे जाने लगे।

जब जानकारी मिली कि वह बाजपेई स्वीट हाउस पर हलवाई का काम करता था। इस पर लोग बाजपेई के दुकान पर पहुंचे। वहां पता करने पर बताया गया कि विकास वहां सात महीने से काम कर रहा था। मालिक ने बताया कि वह आज बिना बताए नहीं आया। इस पर उन्हें मामले की जानकारी दी तो वह ओर अन्य कर्मचारी भी सन्न रहे गए। वहां साथ काम करने वालों ने बताया उसने कभी अपनी शादी के बारे में चर्चा नहीं की। बताया कि वह व्यवहार में अच्छा था। वह यहां आने के बाद तीन मकान बदल चुका था।

रात करीब दस बजे कृष्णा नगर पुलिस यहां आई थी। उन्होंने मुकदमे का हवाला देते हुए मदद मांगी थी। इस पर थाना पुलिस साथ गई और युवक और महिला दोनों बरामद कर कृष्णा नगर पुलिस अपने साथ ले गई। सुबह जानकारी मिली की उनकी मौत हो गई है। - हरीश चंद्र जोशी, निरीक्षक, थाना सुभाष नगर


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