नए साल में सड़कों पर नहीं मिलेंगे पशु
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट कान्हा उपवन केंद्र में अब अन्य पशु भी रहेंगे।
जागरण संवाददाता, बरेली : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट कान्हा उपवन केंद्र में अब गोवंश के साथ ही अन्य जानवरों को भी आश्रय देने की तैयारी है। इसी के चलते योजना का नाम बदलकर पशु आश्रय गृह कर दिया गया है। इसी योजना के तहत नगर निगम ने शहर को जल्द ही बेसहारा पशुओं से मुक्ति देने की तैयारी कर ली है। नए साल में शहर की सड़कों पर पशु घूमते दिखाई नहीं देंगे। उन्हें परसाखेड़ा में बन रहे पशु आश्रय गृह में रखा जाएगा।
सीबीगंज के गांव खड़ौआ में नगर निगम कान्हा उपवन गोशाला का पिछले करीब आठ महीने से निर्माण करा रहा है। नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना के निर्देश पर वहां शहर में घूमने वाले कुत्तों के लिए भी अलग शेड बना दिया गया है। इतना ही नहीं कुत्तों के बधियाकरण के लिए ऑपरेशन थिएटर भी वहां बनाया जा रहा है। अगले दो महीने में पशु आश्रय गृह का निर्माण पूरा होने का दावा अफसर कह रहे हैं। पशु आश्रय गृह का निर्माण तेजी से चल रहा है। कुछ काम ही बचा है। दो महीने बाद शहर में कोई भी बेसहारा पशु घूमते हुए दिखाई नहीं देगा।
आरके श्रीवास्तव, नगर आयुक्त तथ्य
-नगर निगम परसाखेड़ा में तैयार करा रहा है पशु आश्रय गृह, कुछ काम बचा
- घुमंतू कुत्तों को रखने वाला भी शेड बन रहा, ओटी का भी हो रहा निर्माण
-सीबीगंज के गांव खड़ौआ में नगर निगम कान्हा उपवन गोशाला का पिछले करीब आठ महीने से निर्माण करा रहा ह
अगले दो महीने में पशु आश्रय गृह का निर्माण पूरा होने का दावा अफसर कह रहे