Lifestyle : जरा संभलकर ! कहीं आपकी लिपिस्टिक आपको बीमार न कर दें... जानिए कैसे Bareilly News
अगर आप लिपिस्टिक लगाने की शौकीन हैं तो जरा सावधान हो जाइए। बाजार में एक्सपायरी डेट की लिपिस्टिक बेंची जा रही है।
बरेली, जेएनएन : अगर आप लिपिस्टिक लगाने की शौकीन हैं तो जरा सावधान हो जाइए। बाजार में एक्सपायरी डेट की लिपिस्टिक बेंची जा रही है। इन पर न तो एक्सपायरी डेट है और न ही मैन्युफैक्चरिंग डेट। ड्रग विभाग अब लिपिस्टिक बनाने वाली कंपनी का लाइसेंस निलंबित करेगा।
बाजार में बहुत सारे ऐसे ब्रांड की लिपिस्टिक की बिक्री की जा रही है। जिन पर न तो बैच नंबर लिखा है और न ही एक्सपायरी डेट दी गई है। इतना ही नहीं मैन्युफैक्चरिंग डेट भी गायब है। पिछले दिनों ड्रग विभाग ने नवाबगंज से सिराज कास्मेटिक के यहां पर जब जांच की तो वहां पर ऐसी ही लिपिस्टिक की बिक्री होती पाई गई। इस पर कंपनी ने दुकानदार से पूछताछ की।
दुकानदार ने थोक विक्रेता के यहां से खरीदना बताया। इसके बाद जांच हुई तो पता चला कि दिल्ली की कंपनी मैक्सफोर्ड कास्मेटिक प्रोडक्ट कंपनी ने इसे बनाया है। कंपनी को नोटिस देकर जवाब मांगा गया तो कंपनी ने माना कि उनसे भूल हो गई है और अब उनके पास वह स्टाक नहीं है। जवाब आने के बाद अब ड्रग विभाग कंपनी का लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई करेगा।
अधिकारियों ने बताया कि लिपिस्टिक को इस्तेमाल करने की अधिकतम अवधि तीन साल होती है। ज्यादातर ब्रांड की अवधि एक से दो साल की होती है, जबकि कुछ ब्रांड ऐसे होते हैं जिनकी अवधि 36 महीने होती हैं। अगर एक्सपायरी होने के बाद भी लिपिस्टिक का इस्तेमाल किया जाता है तो ऐसे में त्वचा रोग के एलर्जी होने की संभावना है। हर ब्रांड पर एक्सपायरी के साथ मैन्युफैक्चरिंग और बैच नंबर होना अनिवार्य है।
लिपिस्टिक पर न तो एक्सपायरी डेट थी और न ही मैन्युफैक्चरिंग डेट। अब कंपनी के लाइसेंस के निलंबित करने की कार्रवाई की जाएगी। - उर्मिला वर्मा, ड्रग इंस्पेक्टर