Lal Phatak Overbridge : सुविधा के लिए ‘असुविधा’ का अंडरपास Bareilly News
अब सुचारु आवागमन के लिए रेलवे लाइन के नीचे बनी पुलिया की ही मरम्मत कराकर अंडरपास बनाने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि लोगों की सुविधा की बात सोचकर किया जाने वाला यह काम बड़ी असुविधा की वजह बन सकता है।
बरेली, जेएनएन : लालफाटक पर निर्माणाधीन आरओबी में अपने हिस्से का काम पूरा करने के लिए रेलवे ने फाटक एक सितंबर से बंद करने के लिए एसपी ट्रैफिक को पत्र लिखा है। फाटक बंद करने पर अब प्रशासन, सेतु निगम और यातायात विभाग वैकल्पिक रास्ते की तलाश में है ताकि आवागमन भी चलता रहे और लोगों को परेशानी भी न उठानी पड़े।
इसके लिए पहले सुभाषनगर से वाहनों को गुजारने पर विचार किया गया। अब सुचारु आवागमन के लिए रेलवे लाइन के नीचे बनी पुलिया की ही मरम्मत कराकर अंडरपास बनाने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि लोगों की सुविधा की बात सोचकर किया जाने वाला यह काम बड़ी असुविधा की वजह बन सकता है।
क्योंकि अगर पुलिया को अंडरपास बनाया गया तो न सिर्फ यहां पर भीषण जाम लगने की समस्या होगी बल्कि चौड़ाई कम होने से दुर्घटना की भी आशंका बनी रहेगी। खास बात यह है कि यह पुलिया रोड से उतरकर नीचे खाली जगह में है, जहां थोड़ी सी बारिश में भी पानी भर जाता है। इसके अलावा, रास्ता भी ऊबड़-खाबड़ है। बगल में भी ज्यादा जगह नहीं है।
लाल फाटक पुलिया के नीचे से निकलकर आते लोग। जागरण
नहीं हो पा रही बैठक
डीएम के छुट्टी पर रहने पर डीएम प्रभारी सीडीओ सत्येंद्र कुमार सिंह ने वैकल्पिक रास्ते तलाशने की जिम्मेदारी एडीएम सिटी, सेतु निगम अधिकारी और एसपी ट्रैफिक को दी थी, हालांकि अभी यह तय नहीं हो पाया है कि वैकल्पिक रास्ता क्या होगा। सेतु निगम और एसपी ट्रैफिक के बीच होने वाली बैठक शनिवार को भी नहीं हो पाई।
दो लाख की आबादी होगी प्रभावित
लालफाटक से रोजाना करीब 30 से 35 हजार लोग गुजरते हैं। जबकि इस फाटक के बंद होने से करीब दो लाख की आबादी प्रभावित होगी। क्यारा, बुखारा, चौबारी, बारीनगला, हड़ौलिया, बरकली गंज कांधरपुर, चनेहटी, चनेहटा, शेरगंज, परगंवा, अभयपुर, उमरसिया, लखौरा सहित करीब 35 से 40 गांव के लोगों का यहां से आना-जाना होता है।
रास्ता नहीं मिला तो चौपट होगा धंधा
कांधरपुर के रहने वाले शिवसागर साहू दुकानदार हैं। उनका कहना है कि अगर फाटक से आवागमन पूरी तरह बंद होता है तो धंधा चौपट हो जाएगा। लालफाटक से आइटीबीपी और उमरसिया रास्ते पर करीब एक-डेढ़ हजार छोटे-बड़े दुकानदार हैं। अगर आवागमन बंद हुआ तो माल लाने का संकट होगा ही, ग्राहकों की आमद भी नहीं होगी।
लाल फाटक सर्विस लेन की हालत खराब। जागरण
यह कहते लोग
फाटक बंद होता है तो प्रशासन को वैकल्पिक रास्ता देना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो मुश्किल होगी। - नसीमुद्दीन, कांधरपुर
आबादी को ध्यान में रखते हुए एक तरफ का रास्ता देना चाहिए। जिससे निर्माण भी चले और लोगों का रास्ता भी बंद न हो। - मेहंदी हसन, कांधरपुर
क्या कहते जिम्मेदार
एसपी ट्रैफिक के साथ बैठक नहीं हो पाई। अभी फाटक बंद होने में एक सप्ताह है, तब तक कुछ हल निकाल लेंगे। - वीके सेन, उप परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम
अभी बैठक नहीं हो पाई है। इस पर अकेले निर्णय नहीं लिया जा सकता। जब दूसरे अधिकारी बैठेंगे तभी कुछ हल निकलेगा। - सुभाष गंगवार, एसपी ट्रैफिक
आंवला में अंडरपास बनाने का रास्ता साफ
आंवला के बमियाना स्टेशन के पास बनी क्रासिंग को बंद करके अंडरपास बनाने की जांच रिपोर्ट एसडीएम अरुण कुमार सिंह ने एडीएम प्रशासन राम सेवक द्विवेदी को भेज दी है। अब यहां पर अंडरपास बनने का रास्ता साफ हो गया है।
यहां पर अभी तक क्रासिंग बनी हुई थी। यह क्रासिंग बमियाना से भोजपुर को जोड़ती है। यहां पर गन्ने से लदे ट्रकों, यात्री बसों, मोटर साइकिल सवारों और पैदल चलने वालों का आवागमन रहता है। कई बार लोग क्रासिंग के बंद होने के बावजूद नीचे से निकलते हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती थी। इसलिए गांव के लोगों ने रेलवे से यहां पर क्रासिंग को बंद करके अंडरपास बनाने की मांग की थी। इसके लिए गांव वालों ने पंचायत बुलाकर प्रस्ताव भी पारित किया था। इसके बाद प्रशासन ने एसडीएम ने जांच रिपोर्ट मांगी थी।