बरेली, जेएनएन: शहर में चल रही सड़कों की अंधाधुंध खोदाई के कारण सोमवार दोपहर बड़ा हादसा होते-होते बच गया। चौकी चौराहा के पास गड्ढे में घुसकर सीवर लाइन जोड़ रहा मजदूर मिट्टी के नीचे दब गया। वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिस के उपनिरीक्षक व होमगार्ड ने गड्ढे में कूदकर उसे बाहर निकाला। मजदूर को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जल निगम शहर में ट्रंक सीवर लाइन बिछा रहा है। इसके लिए तमाम सड़कों को गहराई तक खोद दिया गया है। गहरी खोदाई के बावजूद ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। राहगीरों के साथ ही मजदूरों की सुरक्षा के भी इंतजाम नहीं किए जा रहे। दैनिक जागरण ने कई बार खोदाई में बरती जा रही लापरवाही पर जल निगम के अधिकारियों को चेताया था। बावजूद इसके ठेकेदार के काम करने के तरीके में सुधार नहीं आया। इसी का खामियाजा सोमवार दोपहर भुगतना पड़ा। चौकी चौराहा पर रतनदीप कांप्लेक्स के सामने बीते दिनों ट्रंक सीवर लाइन डाली गई है। इसमें पुरानी सीवर लाइन को जोड़ा जाना था। इस काम के दौरान पुरानी सीवर लाइन क्षतिग्रस्त हुई और गड्ढे में पानी भरने लगा। गाजियाबाद के नहाल मसूरी निवासी शमीउल्ला उर्फ अब्दुल्ला पाइप लेकर उसे जोड़ने के लिए गड्ढे में उतरा। अचानक उसके ऊपर मिट्टी भरभराकर गिर गई। देखते-देखते वह गले तक पूरा मिट्टी से दब गया। इस पर वहां अफरा-तफरी मच गई। पास खड़े ट्रैफिक पुलिस के उप निरीक्षक कमलेश ठाकुर और होमगार्ड अनेक पाल सिंह मजदूर को बचाने के लिए गड्ढे में कूद गए। उन्होंने काफी मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला। उसको तत्काल जिला अस्पताल भेज दिया गया। उसकी हालत ठीक है।
बिना बैरिकेडिग किया जा रहा था काम
जल निगम के ठेकेदार बिना बैरिकेडिग लगाए वहां काम करवा रहे थे। रतनदीप कांप्लेक्स के ठीक सामने कलक्ट्रेट से आने वाले मार्ग पर सीवर लाइन जोड़ने को गड्ढा खोद दिया था। अन्य वाहनों को बचाने के लिए वहां बेरिकेडिग भी नहीं कराई गई थी। इसके साथ ही वहां काम करने वाले मजदूरों को सुरक्षा के कोई साधन भी नहीं दिए गए थे। सीवर के पानी से हुए रिसाव के कारण मिट्टी धंस गई और मजदूर उसमें दब गया।
जागरण ने चेताया था, लेकिन नहीं माने अफसर
शहर में सड़कों की अंधाधुंध खोदाई की स्थिति को जागरण ने कई बार प्रकाशित किया। अयूब खां और चौपुला पर कई बार सड़क धंसने की घटनाएं होती रही है। ठेकेदार द्वारा बरती जा रही लापरवाही को उजागर भी किया था। बावजूद इसके व्यवस्थाओं को मुकम्मल बनाने के लिए अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। इसी कारण सोमवार को हादसा हो गया। गनीमत रही कि मजदूर की जान बच गई।
वर्जन
ट्रंक सीवर लाइन डालने के लिए सड़क की खोदाई करते वक्त सुरक्षा के सभी इंतजाम किए जाते हैं। घटना के वक्त भी ठेकेदार के कर्मचारी वहां मौजूद थे, इसलिए मजदूर को बचा लिया गया। उसकी हालत ठीक है।
- संजय कुमार, अधिशासी अभियंता, जल निगम
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