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घर या जमीन खरीदने से पहले यह जानना आपके लिए फायदा का सौदा होगा Bareilly News

ऐसा हुआ तो यह तय है कि जमीनों की खरीद महंगी हो जाएगी। उससे किसान से लेकर बिल्डर और विभाग तक प्रभावित होंगे।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Sat, 20 Jul 2019 02:27 PM (IST)Updated: Sat, 20 Jul 2019 11:07 PM (IST)
घर या जमीन खरीदने से पहले यह जानना आपके लिए फायदा का सौदा होगा Bareilly News
घर या जमीन खरीदने से पहले यह जानना आपके लिए फायदा का सौदा होगा Bareilly News

बरेली, जेएनएन : कभी बहुत जल्द कंगाल से मालदार बनाने के लिए पहचाने जाने वाला जमीनों का कारोबार मंदी का शिकार है। वजहें तो कई हैं लेकिन उनमें प्रमुख सर्किल रेट में होने वाला इजाफा है। तीन साल बाद एक बार फिर सर्किल रेट बढ़ाने के लिए प्रशासन ने प्रक्रिया शुरू की है। इतने भर से कारोबारी फिक्रमंद हो उठे हैं। वे नए प्रस्तावित रेट पर आपत्ति दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं लेकिन अफसरों के रुख से तय है कि सर्किल रेट इस बार पांच से 20 फीसद तक बढ़ेंगे। ऐसा हुआ तो यह तय है कि जमीनों की खरीद महंगी हो जाएगी। उससे किसान से लेकर बिल्डर और विभाग तक प्रभावित होंगे।

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रेट बढ़ाने के पीछे की वजह
स्टांप एवं निबंधन विभाग के अफसरों का कहना है कि हर साल शासन से मिलने वाला लक्ष्य 15 फीसद बढ़ रहा है। वर्तमान सर्किल रेट से लक्ष्य पूरा नहीं हो पा रहा है। इसलिए तीन साल बाद सर्किल रेट में इजाफे का खाका तैयार किया गया है।

कहां कैसे होगा इजाफा
सब रजिस्ट्रार अनिरुद्ध कुमार यादव की मानें तो कृषि की सामान्य दर नहीं बढ़ेगी। हाईवे और लिंक रोड पर कृषि भूमि की दर पांच से सात फीसद तक बढ़ सकती है। आकृषक भूमि की आवासीय दरें भी छह मीटर से ऊपर वाली बढ़ेंगी। इनमें 15 से 20 फीसद तक इजाफा हो सकता है।

रुके हैं ये सरकारी प्रोजेक्ट
बीडीए की सबसे बड़ी परियोजना फंसी हुई है। आवास विकास परिषद को दो बड़ी कॉलोनियां विकसित करना थीं। उनमें अब आकर एक पर काम शुरू किया है। एयरफोर्स स्टेशन का विस्तार होना है। कहा जा रहा है कि सर्किल रेट लगातार बढ़ने की वजह से अभी तक जमीन खरीदी नहीं जा सकी है।

विकास के लिए मिलेगी ज्यादा रकम
सर्किल रेट से आने वाले राजस्व में दो फीसद रकम विकास के लिए नगर निगम, बीडीए और निकायों को दी जाती है। अब अगर सर्किल रेट बढ़ने से पैसा ज्यादा आता है तो इससे विकास को बढ़ावा मिलेगा।

इस बार पाने हैं 370.52 करोड़
एडीएम एफआर के मुताबिक जिले को स्टांप शुल्क में 370.52 करोड़ का लक्ष्य मिला है। तीन माह में महज 24.80 का राजस्व अर्जित किया गया है। ऐसी ही स्थिति रही तो लक्ष्य तक पहुंचना संभव नहीं दिख रहा है। उसी को देखते हुए सर्किल रेट बढ़ाए जा रहे हैं। कुछ जगहों पर जमीन के रेट बढ़े हैं। उस आधार पर ही इजाफा होगा।

रेट बढ़ने से बड़े आवासीय प्रोजेक्ट नहीं आ रहे

क्रेडाई अध्यक्ष रमनदीप सिंह ने कहा क‍ि सर्किल रेट बढ़ने से कारोबार बुरी तरह प्रभावित होगा। रेट पहले से ही इतने बढ़ा रखे हैं कि अब गुंजाइश नहीं है। रेट बढ़ने की वजह से ही जिले में बड़े आवासीय प्रोजेक्ट नहीं आ रहे हैं। सहारा ने प्रोजेक्ट डाला था लेकिन फंस गया। सर्किल रेट इतने ज्यादा बढ़ गए कि कोई लेने को तैयार नहीं है।

हम आपत्ति दाख‍िल करेंगे 

डीजी इंफ्रा के माल‍िक धर्मेंद्र कुमार गुप्ता ने कहा क‍ि अगर सर्किल रेट बढ़ाने का प्रस्ताव प्रशासन ला रहा है तो हम आपत्ति दाखिल करेंगे। बताएंगे कि पहले ही रेट बढ़ने से बहुत से स्थान पर जमीन की खरीद फरोख्त बंद है। अब दर और बढ़ती हैं तो कारोबार पर बुरा असर पड़ेगा।

सर्किल रेट नही बढ़ाने का था मुख्यमंत्री का फरमान 

क्रेडाई सचिव सुनील गुप्ता ने कहा क‍ि मुख्यमंत्री का पिछले दिनों बयान आया था कि सर्किल रेट नहीं बढ़ाए जाएंगे लेकिन अब प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। इससे सभी के लिए दिक्कत खड़ी होगी। जमीन का कारोबार और नीचे जाएगा।

लेखाजोखा तैयार किया जा रहा

डीएम वीरेंद्र कुमार सिंह ने कहा क‍ि पिछले बार सर्किल रेट नहीं बढ़ाया गया था। इस बार कितना बढ़ेगा। इसका लेखाजोखा तैयार किया जा रहा है। सर्किल रेट से रियल स्टेट को नुकसान होगा। फिलहाल ऐसा लगता नहीं है लेकिन इसका सही विश्लेषण तो विशेषज्ञ ही कर सकते हैं।


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