जानिए आइवीआरआइ की टेक्नीशियन भर्ती परीक्षा के मामले में बिहार व हरियाणा के गैंग पर क्यों हो रहा शक Bareilly News
पिछले साल जुलाई में हुई आइसीएआरआइ-आइवीआरआइ की टेक्नीशियन (टी-वन) भर्ती में सेंधमारी का शक बिहार हरियाणा के गिरोहों पर है।
जेएनएन, बरेली : पिछले साल जुलाई में हुई आइसीएआरआइ-आइवीआरआइ की टेक्नीशियन (टी-वन) भर्ती में सेंधमारी का शक बिहार, हरियाणा के गिरोहों पर है। इज्जत नगर पुलिस को तफ्तीश में दो मुन्ना भाइयों का कारनामा सामने आने पर शक गहरा हुआ है। इन राज्यों के आरोपितों के मोबाइल नंबर पता करने को भर्ती बोर्ड से संपर्क किया है। संस्थान के अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी।
गोवा परीक्षा केंद्र से चुने गए थे दो छात्र : भारतीय पशु चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) में एक जुलाई 2018 को 102 पदों के लिए भर्ती परीक्षा हुई थी। छानबीन में सामने आया कि बिहार में जहानाबाद (बिहार) जिले के हुलासगंज क्षेत्र निवासी मनीष कुमार पुत्र राजेश्वर प्रसाद और भिवानी (हरियाणा) के गांव लोदीपुर निवासी सुरेंद्र सिंह पुत्र अजीत सिंह ने अपना परीक्षा केंद्र गोवा चुना था। परिणाम में दोनों सफल रहे।
दिल्ली भर्ती बोर्ड के सामने नहीं हुए उपस्थित : ज्वाइनिंग के लिए बुलाया गया लेकिन आइवीआरआइ कैंपस इनके प्रमाण पत्र व फोटो मिलान नहीं हुए। धोखाधड़ी की आशंका के चलते दोनों को दिल्ली स्थित भर्ती बोर्ड के सामने पेश होने के लिए तीन बार नोटिस दिया गया, लेकिन पकड़े जाने के डर से वह पेश नहीं हुए। तब सुरक्षाधिकारी संजय शर्मा ने इनके खिलाफ इज्जतनगर थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया।
गोवा के सेंटर में सॉल्वर बैठने की आशंका : मनीष बिहार और सुरेंद्र हरियाणा का निवासी है, फिर भी सेंटर गोवा में चुना। पुलिस की जांच में अभी तक पता चला कि दोनों ने एक ही सेंटर में परीक्षा दी थी। आशंका है कि साल्वर गैंग के कहने पर दोनों ने गोवा सेंटर न चुना था।
निकलवाई जाएगी कॉल डिटेल व लोकेशन : पुलिस ने दोनों आरोपितों के मोबाइल नंबर आइवीआरआइ अधिकारियों से मांगे थे। यह अब तक नहीं मिले। अब जल्द नंबर लेकर उनकी कॉल डिटेल और लोकेशन निकलवाने की तैयारी है।