सुमंगला योजना : जानिए कैसे शर्तो की मुश्किलों में गुम हो रही बेटियां Bareilly News
सरकार की एक योजना को जिले में अफसर बिना प्रचार-प्रसार किए फाइलों में दबाए रहे। अब शासन ने 44 हजार लाभार्थियों को लाभ देने का लक्ष्य दे दिया तो भागदौड़ शुरू हुई।
जेएनएन, बरेली : सरकार की एक योजना को जिले में अफसर बिना प्रचार-प्रसार किए फाइलों में दबाए रहे। अब शासन ने 44 हजार लाभार्थियों को लाभ देने का लक्ष्य दे दिया तो भागदौड़ शुरू हुई। यह हाल है कन्या सुमंगला योजना का। इसकी शर्तो ने काम और मुश्किल कर दिया। पात्र लाभार्थी खोजने को उन्हें अब गांवों का रुख करना पड़ेगा।
योजना में अधिकतम दो बच्चों की शर्त है। अधिकारियों को ऐसे परिवार ढूंढना मुश्किल हो रहा है। जिनके दो बच्चे हों और इनमें भी एक बेटी हो। अब तक सिर्फ 2100 लोग ही मिल पाए हैं। इनमें भी 1114 लाभार्थियों को ही राशि मिलने पर मुहर लग पाई है। अभी 9888 आवेदन आए हैं।
गांव-गांव कैंप लगाकर ढूंढेंगे लाभार्थी : सरकार से मिले 44 हजार लाभार्थियों के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अधिकारियों ने गांव-गांव कैंप लगाने का निर्णय लिया है।
यह हैं योजना के लाभ
बेटी के प्रसव पर 2000 रुपये
टीकाकरण पर 1000 रुपये
कक्षा एक व छह में प्रवेश पर दो-दो हजार रुपये
कक्षा नौ में दाखिले पर तीन हजार
स्नातक कोर्स के लिए पांच हजार रुपये मिलेंगे
15 ब्लॉक के गांव में लगाए जाएंगे कैंप, 29835 लाभार्थी चिन्हित
अब तक सिर्फ 2100 लोग ही मिल पाए हैं अफसरों को