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हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट पर ‘जुगाड़ का टेप’ Bareilly News

ऐसे में रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए अब कई शोरूम में वाहन में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट टेप से चिपकाकर फोटो खींच लेते हैं।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Tue, 10 Sep 2019 09:59 AM (IST)Updated: Tue, 10 Sep 2019 09:59 AM (IST)
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट पर ‘जुगाड़ का टेप’ Bareilly News
हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट पर ‘जुगाड़ का टेप’ Bareilly News

बरेली, जेएनएन : सरकार ने एक अप्रैल से नए वाहनों पर हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट अनिवार्य कर दिया। वजह, आम नंबर प्लेट की तुलना में यह कई गुना ज्यादा सुरक्षित है। नियम सख्ती से लागू हो, इसके लिए प्रावधान किया कि वाहन खरीदने पर पहले उसका नंबर अलॉट हो जाएगा। आरसी (रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट) तभी जारी होगी, जब गाड़ी में नंबर प्लेट लग जाएगी। गाड़ी में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगी है या नहीं, इसे पुख्ता करने के लिए परिवहन विभाग के दफ्तर में गाड़ी की नंबर प्लेट लगी फोटो देखी जाती। इसके बाद ही रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट दिया जाता। तमाम एजेंसी संचालकों ने इस व्यवस्था को भी ‘जुगाड़ का टेप’ लगाकर खोखला साबित कर दिया।

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हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट को सख्ती से लागू करवाया जाएगा। इसके लिए शोरूम पर चेकिंग भी जल्द शुरू करेंगे। - आरपी सिंह, एआरटीओ (प्रशासन), बरेली

शोरूम पर टेप से चिपका देते हैं नंबर प्लेट

हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट जहां सुरक्षा के लिहाज से बेहतर है, वहीं, फैन्सी नंबर प्लेट स्टाइल और वैरायटी की वजह से तमाम लोग पसंद करते हैं। ऐसे में रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट हासिल करने के लिए अब कई शोरूम में वाहन में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट टेप से चिपकाकर फोटो खींच लेते हैं। इसे परिवहन विभाग में दिखाकर आरसी हासिल कर ली जाती है। बाद में हटाकर फैंसी प्लेट फिर लग जाती है।

हाई सिक्योरिटी प्लेट की खासियत

एक स्नैप लॉक सिस्टम के जरिए प्लेट गाड़ी में लगाई जाती है। इसे विभाग या अनुबंधित संस्था लगाती है। एक बार प्लेट आपके वाहन से लग जाएगी तो फिर किसी औजार से नहीं खुलेगी। हटाने की कोशिश करते ही यह टूट जाती है। सख्ती होने पर दोबारा जल्द नंबर प्लेट मिलती भी नहीं।

नंबर प्लेट पर रहती हैं कई अहम जानकारी

हाई सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट एल्युमीनियम की बनी होती है। इस पर एक होलोग्राम होता है। जिस पर वाहन का इंजन और चेसिस नंबर रहता है। दुर्घटना की स्थिति में यह होलोग्राम जल्द नष्ट नहीं होता। वहीं, प्लेट पर ही सात अंकों का यूनिक लेजर कोड भी होता है। यह हर वाहन के नंबर प्लेट पर अलग-अलग होता है। नंबर प्लेट से रजिस्ट्रेशन नंबर जल्द हटाया या मिटाया नहीं जा सकेगा। प्लेट पर नंबर एक प्रेशर मशीन से लिखा जाता है, जो उभरा रहता है।


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