जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह बोले, बाढ़ पीडि़तोंं को जल्द मिलेगा मुआवजा, नदियों का जलस्तर घटते ही होगा नुकसान का सर्वे
Jal Shakti Minister Mahendra Singh जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने पीलीभीत में बाढ़ से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करनेे के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नदियों में जलस्तर तेजी से कम हो रहा है। जल्द ही नुकसान का सर्वे कराया जाएगा। नुकसान का मुआवजा मिलेगा।
बरेली, जेएनएन। Jal Shakti Minister Mahendra Singh : जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने पीलीभीत में बाढ़ से प्रभावित इलाकों का गुरुवार को हवाई सर्वेक्षण किया। इसके बाद अधिकारियों के साथ बैठक में बचाव एवं राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली। पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि नदियों में जलस्तर तेजी से कम हो रहा है। इसके बाद जल्द ही बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वे शुरू करा दिया जाएगा। प्रभावित लोगों को नुकसान का मुआवजा मिलेगा।
प्रेस कांफ्रेंस में जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जिले की पांचों तहसीलों में कुल 49 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित इलाकों में 271 चौकियां स्थापित हैं। इन चौकियों पर नियुक्त टीमें लगातार बचाव कार्य में लगी हैं। जिला प्रशासन ने राहत आयुक्त से संपर्क करके शारदा पार फंसे ग्रामीणों को एयरलिफ्ट कराने का आग्रह किया था। तुरंत ही वायुसेना का हेलीकाप्टर उपलब्ध कराकर बाढ़ में फंसे ग्रामीणों को सुरक्षित निकाला गया। जो लोग पेड़ पर चढ़ गए थे, उन्हें भी सुरक्षित निकालकर लाया जा रहा है। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि बाढ़ से कोई जनहानि नहीं हुई है।
कहा कि वनबसा बैराज 1931 में बना था, तब से अब तक कभी इतनी अधिक मात्रा में अतिरिक्त पानी शारदा नदी में पहले नहीं छोड़ा गया। दो-ढाई लाख क्यूसेक तक पानी छोड़ा जाता रहा है। इस बार 5 लाख 43 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया। यही स्थिति ड्यूनीडाम की रही, जिस कारण देवहा में भी बाढ़ आ गई। बताया कि वह मुख्यमंत्री के निर्देश पर बाढ़ प्रभावित इलाकों का सर्वेक्षण करने आए हैं। राहत और बचाव कार्य तत्परता से शुरू कराने के लिए उन्होंने जिला प्रशासन की तारीफ की। कहा कि तीस हजार भोजन के पैकेट तैयार कराए गए हैं। इनमें से 1500 का वितरण हो चुका है।
प्रभावित लोगों की हर संभव मदद प्रशासन कर रहा है। बचाव व राहत कार्यों में 80 नावें लगाई गईं। साथ ही कई मोटरबोट भी संचालित की जा रही हैं। एनडीआरएफ, एसएसबी, पीएसी आदि के जवान बचाव कार्य में लगे हैं। कहा कि पहले बाढ़ से बचाव के कार्य मार्च अप्रैल में होते थे लेकिन मुख्यमंत्री के निर्देश पर ये कार्य इस बार जनवरी में ही करा लिए गए। इसी कारण सारे तटबंध सुरक्षित हैं। इस प्राकृृतिक आपदा से यह स्थिति आई लेकिन प्रशासन ने कुशलता से कार्य किया। बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष संजीव प्रताप सिंह, पूरनपुर विधायक बाबूराम पासवान, बरखेड़ा विधायक किशनलाल राजपूत, प्रदेश के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद, बाढ़ खंड के मुख्य अभियंता एके सिंह, जिलाधिकारी पुलकित खरे, एसपी दिनेश कुमार पी, दोनों अपर जिलाधिकारी सहित अन्य प्रमुख अधिकारी बैठक में शामिल रहे।