Positive India: रेलवे स्टेशनों के प्लेटफार्म पर खड़े होंगे आइसोलेट कोच, कारखानों में तेजी से चल रहा काम
रेलवे मुख्यालय के आदेश पर पूर्वोत्तर रेलवे ने कुल 216 आइसोलेट कोच तैयार करने के निर्देश दिए हैं। छह बोगियों को आइसोलेट कोच के रूप में तैयार कर लिया गया।
बरेली, जेएनएन। रेलवे मुख्यालय के आदेश पर पूर्वोत्तर रेलवे ने कुल 216 आइसोलेट कोच तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसमें से इज्जतनगर मंडल को अभी फिलहाल 57 बोगियों को आइसोलेट कोच में तब्दील करना है। शुक्रवार तक छह बोगियों को आइसोलेट कोच के रूप में तैयार कर लिया गया। जिन्हें स्टेशनों के प्लेटफार्म पर खड़ा किया जाएगा। इसके अलावा अतिरिक्त कोच ऐसी जगह रहेंगे, जहां इन्हें चार्ज किया जा सके और पानी आदि की व्यवस्था हों।
यांत्रिक कारखाना के मुख्य प्रबंधक राजेश अवस्थी ने बताया कि एक बोगी में केवल आठ मरीज रखे जा सकेंगे। जबकि प्रत्येक कोच में एक केबिन डॉक्टर, स्टाफ के लिए होगा। वहीं बोगी में एक टॉयलेट को हटाकर बाथरूम तैयार किया गया है। मरीज को आइसोलेट करने के लिए तैयार केबिन में बीच की बर्थ हटाने के साथ ही प्रत्येक में तीन अलग रंग की डस्टबिन हैं। जबकि पूरे बर्थ में मच्छर, मक्खी न आ सके इसके लिए खिड़की समेत दरवाजों में भी मच्छरदानी लगाई गई है। प्रत्येक केबिन को बंद करने के लिए मोटी सफेद प्लास्टिक का पर्दा लगाया गया है।
15 साल पुराने कोच बन रहे वार्ड
इज्जतनगर मंडल में यात्री डिब्बों को आइसोलेट वार्ड बनाने का काम शुरू है। इसमें 15 साल पुराने स्लीपर कोच, सेकेंड क्लास जनरल यात्री कोच को वार्ड में तब्दील किया जा रहा है। आइसोलेट कोच बनाने में सबसे अधिक उत्तर रेलवे के कोच रेलवे बोर्ड की ओर से मिले हैं। रेलवे ने एक आइसोलेट कोच तैयार करने के लिए अधिकतम दो लाख रुपये लक्ष्य निर्धारित किया है।
एक दिन में तैयार हो रहे 200 मास्क
इज्जतनगर यांत्रिक कारखाना में छह महिलाएं प्रतिदिन 200 मास्क तैयार कर रही हैं। जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि यांत्रिक कारखाना में संगीता, मेनका, सुषमा शर्मा, ग्लेडियस लायस, उर्मिला देवी सुपरवाइजर अनीता सिंह, अशोक कुमार मास्क बना रहे। इसी प्रकार 490 लीटर सैनिटाइजर यांत्रिक कारखाना बनाकर दे चुका। वहीं, 700 लीटर सैनिटाइजर तैयार करना है।