Job Fair : विषय पूछा तो कैंडिडेट बोला- पास द Question, HR ने पकड़ा माथा, लौटी 3600 नौकरियां Bareilly News
एचआर ने जब दोबारा वही सवाल किया तो बोला कि पास दि क्वेश्चन.. इसपर एचआर ने हिंदी में वही सवाल किया तो उसने बताया कि उसने फिजिक्स केमिस्ट्री और मैथ्स से बीएससी की पढ़ाई की है।
जेएनएन, बरेली : बीए पास कर एमए की डिग्री ले ली...लेकिन अंग्रेजी में बरेली का नाम तक नहीं लिख सके। उच्च शिक्षा की यह दुर्दशा एक बार फिर बेपर्दा हो गई। नौकरी की लाइन में लगे युवा सामान्य सवालों के जवाब तक नहीं दे सके। नतीजतन दरवाजे पर आई तीन हजार से ज्यादा नौकरियां वापस हो गईं। कंपनियां लौट गईं और निराश बेरोजगार भी...मगर एक सवाल वहीं ठहरा रह गया कि उच्च शिक्षण संस्थानों में कैसा भविष्य तैयार किया जा रहा।
बुधवार को क्षेत्रीय सेवा योजन कार्यालय की ओर से बरेली कॉलेज में वृहद रोजगार मेला लगाया गया। जिसमें 5536 उम्मीदवारों ने इसमें शिरकत की। इंटरव्यू हुआ तो 4418 फेल हो गए। 31 कंपनियों के प्रतिनिधियों ने आठवीं पास से लेकर एमटेक, पीएचडी तक के युवाओं का साक्षात्कार लिया मगर उपलब्ध सभी पद नहीं भर सके। 3618 नौकरियां कंपनियां अपने साथ वापस लेते गईं। अंतिम रूप से 620 युवाओं का चयन हुआ जबकि महज 564 को दूसरे राउंड में बुलाया गया।
Hinglish में ही देने लगे Interview
रोजगार मेले से एक और चिंताजनक बात सामने आई। वह यह कि मोबाइल पर इंग्लिश और हिंदी मिलाकर मैसेज लिखने वाले युवाओं में अब न तो हिंदी का ज्ञान रह गया और न ही उन्हें इंग्लिश आती है। मेले में कई उम्मीदवार ऐसे मिले जो हिंग्लिश में साक्षात्कार देते नजर आए। इंटरव्यू लेने आए कंपनियों के एचआर ने बताया कि 80 फीसद उम्मीदवार ऐसे हैं जिनकी कम्युनिकेशन स्किल बेहद खराब है। वह हिंदी , इंग्लिश कुछ भी सही से नहीं बोल पाते।
अभ्यर्थी बोला, Pass the Question
इंटरव्यू में एक कंपनी के एचआर ने बीएससी उत्तीर्ण एक उम्मीदवार से अंग्रेजी में उसकी पढ़ाई के बारे में पूछना चाहा तो युवक हड़बड़ा गया। कुछ देर इधर-उधर देखने के बाद पहले अपने विश्वविद्यालय का नाम बताया। एचआर ने जब दोबारा वही सवाल किया तो बोला कि पास दि क्वेश्चन.. इसपर एचआर ने हिंदी में वही सवाल किया तो उसने बताया कि उसने फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स से बीएससी की पढ़ाई की है।
व्यवस्थाओं से नाराज HR ने की Complaint
रोजगार मेले में आए कई कंपनियों के एचआर ने मेले में खराब व्यवस्था को लेकर नाराजगी जताई। आरोप है कि उन्हें समय से पानी, खाना नहीं मिला। सहायक निदेशक सेवा योजन ने आरोपों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि सभी को समय से सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
Company का नाम तक नहीं बता पाए Candidate
मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करने वाली एक कंपनी के एचआर ने इंटरव्यू देने आए एक उम्मीदवार से पूछा कि आप किस कंपनी के लिए आए हो। इसपर पहले तो युवक ने ट्रेनी एग्जिक्यूटिव बताया फिर एचआर के दोबारा पूछने पर कहा कि बाहर बोर्ड पर यही लिखा है। बाद में कंपनी के एचआर ने उसे खुद कंपनी का नाम बताया।