Indian Railway Lockdown Update : लॉकडाउन के बाद महामना, श्रमजीवी पहुँची बरेली जंक्शन Bareilly News
पहले दिन सबसे पहले दिल्ली से शाम 6.30 पर चली महामना एक्सप्रेस सोमवार को 11.16 बजे रात में जंक्शन पहुंची। इस ट्रेन से कुल आठ यात्री उतरे । जबकि इस ट्रेन से 22 लोग उतरने थे।
बरेली, जेएनएन। Indian Railway Lockdown Update : लॉकडाउन में रेलवे ने यात्री ट्रेनों का संचालन 22 मार्च से बन्द कर दिया था। अनलॉक 1 में रेलवे ने 200 यात्री ट्रेनों का संचालन शुरू किया है। जिसमें से आठ जोड़ी ट्रेनों को जंक्शन पर स्टॉप दिया गया है। पहले दिन सबसे पहले दिल्ली से शाम 6.30 पर चली महामना एक्सप्रेस सोमवार को 11.16 बजे रात में जंक्शन पहुंची। इस ट्रेन से कुल आठ यात्री उतरे । जबकि इस ट्रेन से 22 लोग उतरने थे। इस ट्रेन में 16 यात्री चढ़े। जिसमे से तीन परिवार सेना के थे। यहा से लखनऊ, बनारस, सुल्तानपुर और जौनपुर के लोग चढ़े। वहीं 11.42 पर राजगीर से चलकर नई दिल्ली को जाने वाली श्रमजीवी एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म 1 पर पहुंची। यह ट्रेन राजगीर से सुबह आठ बजे चली थी। जंक्शन से 11.52 पर यह ट्रेन रवाना हुई।
बरेली से इस ट्रेन से कुल 44 यात्री चढ़े। जिसमे में सेना के कई परिवार थे। वैसे तो इस ट्रेन से 110 यात्री उतरने थे, लेकिन केवल 96 यात्री ही उतरे। उतरने वालो में भी कई सेना के जवान थे। इस ट्रेन से गाजियाबाद और दिल्ली की सवारी चढ़ी। ट्रेन पर चढ़ने और उतरने वाले सभी यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। चढ़ने वाले यात्रियों से बाहर हैंड वाश करा, थर्मल स्क्रीनिंग के बाद टिकट, आरोग्य सेतु एप चेक करके शारीरिक दूरी के साथ प्लेटफॉर्म से लेकर ट्रेन तक मे बैठाया गया। वहीं जिला प्रशासन की ओर से गृह मंत्रालय की गाइडलाइन को पंपलेट भी बांटे गए।
जंक्शन से घर जाने को हुई दिक्कत
ट्रेन चली तो गृह जनपद तक तो पहुंच गए। लेकिन यहां सर्कुलेटिंग एरिया से घर जाने को कोई साधन न होने और नाईट कर्फ्यू होने के कारण घर से कोई न आ पाया। जिसके चलते यात्रियो को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। वही देर रात खाने पीने की व्यवस्था न होने से भी लोग परेशान हुए।
दो की जगह एक नंबर पर आई श्रमजीवी सुपरफास्ट
इस ट्रेन को वैसे तो दो नंबर प्लेटफार्म पर आना था। लेकिन चेकिंग स्टाफ से लेकर सभी तैयारी एक नंबर प्लेटफॉर्म पर की गई थी। जिसके चलते इस ट्रेन को एक नंबर प्लेटफॉर्म पर लिया गया।
बरेली में भाई को सेना में पोस्टिंग है। सभी लोग घूमने के लिए 18 मार्च को आये थे। 31 को वापसी की टिकट थी। लॉकडाउन में यही फंस गए। जब ट्रेन चली तो कंफर्म टिकट मिली आज वापस जा रहे हैं। - गोपी, जूना नगर गुजरात
21 मार्च को पीलीभीत में रिश्तेदार के घर पत्नी और बच्चे के साथ आये थे। 24 मार्च को वापस घर जाना था। लॉकडाउन में यही फंस गए। रिज़र्वेशन भी कैंसिल करना पड़ा। अब श्रमजीवी से वापस घर जा रहे है। - विक्की, गाजियाबाद